-जेएनयू में बवाल के बाद बनारस में शुरू हुए छात्र आंदोलन की आंच को पीएम मोदी के आने से पहले ठंडा करने की तैयारी

-विद्रोह कर रहे आइसा और एनएसयूआई के स्टूडेंट लीडर्स की जुटाई जा रही है जानकारी

VARANASI

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ख्ख् फरवरी को बनारस दौरे के मद्देनजर उपद्रवी छात्रनेताओं की कुंडली तैयार करने में पुलिस प्रशासन जुट गया है। जेएनयू में देश विरोधी नारों के बाद शुरू हुए बवाल के बाद बनारस में भी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए ये तैयारी की गई है। पुलिस और खुफिया विभाग की टीमें आइसा समेत उससे जुड़े कई दूसरे संगठनों के अलावा एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की सारी डिटेल जुटा रही है ताकि पीएम के आगमन से पहले उपद्रव की मंशा पाले छात्रनेताओं को नजरबंद किया जा सके।

काले झंडे दिखा सकते हैं संगठन

पीएम मोदी के बनारस दौरे से पहले जेएनयू मुद्दे को लेकर देश के बिगड़े माहौल के बीच बनारस में भी पीएम के विरोध की खुफिया इनपुट प्रशासन को पहले दिया जा चुका है। जिसके बाद शासन स्तर पर पीएम के दौरे को गंभीरता से लेते हुए उपद्रवी छात्रों और संगठनों पर नकेल कसने को कहा गया है। खुफिया विभाग के सोर्सेज की मानें तो बीएचयू में गुरुवार को आइसा, एनएसयूआई और एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के बाद यूनिवर्सिटी का माहौल काफी गर्म हो चुका है। इनपुट है कि आइसा और एनएसयूआई के कार्यकर्ता बीएचयू से सीर जाते वक्त पीएम के काफिले को काले झंडे दिखा सकते हैं। इसके अलावा सीर में भी विरोध के आसार हैं। इसे देखते हुए खुफिया विभाग ने अभी तक आइसा से पांच, एनएसयूआई के सात कार्यकर्ताओं व छात्रनेताओं को चिन्हित किया है।

फोन भी है टारगेट पर

खुफिया विभाग के सूत्रों ने बताया कि पीएम का विरोध करने वाले संगठनों के छात्रनेताओं और कार्यकर्ताओं के मोबाइल नंबर्स की भी मॉनिटरिंग हो रही है। पुलिस और क्राइम ब्रांच विरोध करने वाले संगठनों के लोगों पर भी प्रॉपर निगाह बनाये हुए है। इनकी हर एक्टिविटी को वॉच किया जा रहा है। इस बारे में एसएसपी आकाश कुलहरि का कहना है कि पीएम की विजिट को लेकर हर तरह की तैयारी की जा रही है। किसी भी विरोध प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर खुफिया विभाग को छात्र संगठनों से लेकर सामाजिक संगठनों तक पर नजर रखने को कहा गया है। गड़बड़ी करने वालों से सख्ती से निबटने के लिए पुलिस तैयार है।

हो सकते हैं कई नजरबंद

पीएम के विरोध होने की आशंका क देखते हुए विरोधी दलों के कई बड़े नेताओं समेत पुराने छात्र नेताओं को पुलिस विभाग उनके घरों में ही नजरबंद करने की तैयारी में है। इसमें सिगरा, लंका, सुंदरपुर और वरुणापार के कई नेता शामिल हैं।