- सारनाथ में हुए बवाल के बाद पुलिस ने 18 को किया गिरफ्तार और उत्पातियों की तलाश में देर रात तक गांव में चलती रही छापेमारी

- उत्पाती घर छोड़कर फरार, सिर्फ बची महिलाएं, बच्चों ने काटी स्कूल से कन्नी

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

सारनाथ थाना क्षेत्र के खालिसपुर में बुधवार की शाम हुए बवाल के बाद अब पूरा गांव गुरुवार को पुरुषों से खाली हो गया। देर रात तक पुलिस पर हमला करने के आरोप में पुलिस टीमें पूरे गांव में घुसकर आरोपियों की धरपकड़ करती रही। इसके कारण सुबह होते होते तक पूरे गांव के मर्द कहीं गायब हो गए। नतीजा ये हुआ कि गुरुवार सुबह पुलिस टीमें जब दोबारा गांव में छापेमारी करने पहुंची तो कोई मिला ही नहीं। सिर्फ महिलाएं घरों में अपना रूटीन का काम निबटाते मिली। वहीं बच्चों ने भी हुए इस उपद्रव के बाद घरों से बाहर निकलना ठीक नहीं समझा। न ही स्कूल गए और न ही घरों से बाहर निकले खेलने कूदने के लिए।

पूरा गांव छावनी में तब्दील

बता दें कि बुधवार शाम खालिसपुर में विनोद पाठक की जमीन पर कुएं को लेकर ग्रामीणों संग हुए विवाद की जद में पुलिस आ गई थी। जिसके बाद पूरा गांव एकजुट होकर मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर ईट, पत्थर, लाठी डंडा लेकर टूटा पड़ा था। इस गुरिल्ला वार में पुलिस के एक दर्जन जवान भी जख्मी हुए थे। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने कई राउंड हवाई फायरिंग के साथ रबर बुलेट्स का भी यूज किया था। देर रात तक पुलिस की छापेमारी चली थी और आधा दर्जन से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए गए थे। ये छापेमारी पूरी रात चली और गुरुवार सुबह तक पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस की ओर एक दर्जन से ज्यादा नामजद और सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। घटना के बाद गुरुवार को पूरा गांव छावनी में तब्दील रहा।

मकर संक्रान्ति पर भी सन्नाटा

बुधवार की रात हुए उपद्रव के चलते गुरवार 14 जनवरी को जहां पूरे शहर में संक्रान्ति सेलीब्रेट हो रहा था। वहीं खालिसपुर में सन्नाटा पसरा था। हर इलाके में घरों की छतों और मैदानों में बच्चे पतंगों को आसमान में उड़ाकर मौज मस्ती में जुटे थे जबकि खालिसपुर में बच्चे घरों में ही कैद थे। उपद्रव के बाद पूरे गांव में इस त्योहार को कोई असर नहीं दिखा।