- स्मार्ट सिटी ने 17 तालाब-कुंडों के सौंदर्यीकरण का बीड़ा उठाया

- तालाब-कुंडों के सौंदर्यीकरण पर 19 करोड़ रुपये होगा खर्च

- संत कबीर प्राकट्य स्थल का दूसरा ताल भी संवारेगा वीडीए

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से अधिक तालाब और कुंड हैं वाराणसी में

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तालाब-कुंडों का सौंदर्यीकरण कराएगा वीडीए भी

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फीसदी कार्य पूरा हो चुका है काल्हा तालाब, दूधिया तालाब, लक्ष्मी कुंड, पहडि़या तालाब, रीवा तालाब, कंदवा, संत कबीर प्राक्ट्य स्थल तालाब का

दुनिया की सबसे प्राचीन और देश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में सौ से अधिक कुंड-तालाब हैं, इनका धाíमक व पौराणिक महत्व है। अधिकतर तालाबों पर लोगों ने कब्जा कर रखा था, लेकिन मौजूदा सरकार के आदेश पर वीडीए और नगर निगम ने तालाब और कुंडों को अतिक्रमण से मुक्त कराना शुरू कर दिया और इसपर काम भी किया। इनके संवारने की योजना भी बनाई। वीडीए ने 14 और स्मार्ट सिटी ने 17 तालाब-कुंडों के सौंदर्यीकरण का बीड़ा उठाया।

वीडीए की देखरेख में काल्हा तालाब, दूधिया तालाब, लक्ष्मी कुंड, पहडि़या तालाब, रीवा तालाब, कंदवा, संत कबीर प्राक्ट्य स्थल तालाब का 70 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है, ये सितंबर तक अपने पूर्ण स्वरूप में आ जाएंगे। इसी तरह स्मार्ट सिटी के तहत नदेसर, चकरा, सोनभद्र तालाब का सौंदर्यीकरण सितंबर तक पूरा हो जाएगा। मंदाकिनी कुंड का सौंदर्यीकरण हो चुका है। सोनिया, पांडेयपुर और चित्तईपुर में कोर्ट का स्टे हैं, इसलिए रुका है।

31 तक नौ तालाब-कुंडों का काम पूरा होगा

वीडीए वीसी ईशा दुहन के अनुसार पंचकोशी, काल्हा तालाब, दूधिया तालाब, लक्ष्मी कुंड, पहडि़या तालाब, रिवा तालाब, संत कबीर प्राक्ट्य स्थल तालाब, कंदवा पोखरा पर काम तेजी से चल रहा है। लगभग 70 फीसद तक काम पूरा हो चुका है। बकरिया तालाब को भी दो से तीन शिफ्ट में मजदूरों को लगाकर हर हाल में 15 सितम्बर तक काम पूरा कर लिया जाएगा। सभी नौ तालाब-कुंडों का काम 31 सितम्बर तक पूरा हो जाएगा। इन सभी तालाब-कुंडों के सौंदर्यीकरण पर करीब 19 करोड़ रुपये खर्च होगा।

पांच और तालाबा संवारेगा वीडीए

वीडीए की देखरेख में तालाब-कुंडों को संवारने का काम तेजी से चल रहा है। वीडीए ने पांच और तालाब-कुंडों के सौदर्यीकरण और जीर्णोद्धार का निर्णय लिया है, जिसमें लहरतारा स्थित संत कबीर प्राकट्य स्थल का दूसरा ताल प्रमुख है। इसके अलावा शिवपुर का चंचा ताल, पांडेयपुर पोखरा, रामनगर का सगरा व क्षीर सागर तालाब है। इन तालाबों को संवारने का प्रपोजल एनएमसीजी (नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा) को भेजा गया है। अब इन तालाबों को संवारने व सजाने की दिशा में काम आगे बढ़ेगा। तालाब-कुंडों का पानी रिचार्ज किया जाएगा। चारों ओर पाथ-वे, लाइट, बेंच आदि लगाए जाएंगे।

17 तालाबों को संवारने की प्लानिंग

स्मार्ट सिटी योजना के तहत भी काशी के महत्वपूर्ण तालाबों का सौंदर्यीकरण हो रहा है। इस योजना के तहत करीब 17 तालाबों को संवारने की प्लानिंग है। इसके लिए करीब 34 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। वर्तमान में नदेसर, सोनभद्र, चकरा, पुष्कर के सौंदर्यीकरण का काम लगभग 90 फीसद पूरा हो चुका है, जो अक्टूबर में पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा पांडेयपुर, सोनिया, चित्तईपुर में कानूनी अड़चन आने से काम शुरू नहीं हो पाया है। कुछ दिन पहले मंदाकिनी कुंड पर सौंदर्यीकरण का काम पूरा हो चुका है।

कोट

तालाब-कुंड के सौंदर्यीकरण का काम तेजी से चल रहा है। कबीर समेत नौ तालाबों का काम सितंबर में पूरा कर लिया जाएगा। पांच और तालाबों के सौंदर्यीकरण का प्रस्ताव एनएमसीजी को भेजा गया है। परमिशन मिलते ही इस पर भी काम शुरू हो जाएगा।

-ईशा दुहन, वीसी वीडीए