-पहले से ही बिजली कटौती झेल रहे शहर में शुरू हुई सेंट्रलाइज्ड कटौती ने पब्लिक को किया बेहाल

-डेली कट रही है 12 से 15 घंटे, बिजली न मिलने से पानी का भी गहराया संकट

VARANASI : सुबह आठ बजे बेटे को स्कूल बस में बैठाने के बाद घर लौटकर आई मैदागिन की सीमा ने जैसे ही टुल्लू का स्विच ऑन करके पानी भरने की कोशिश की तभी बिजली कट गई। सुबह-सुबह बिजली कटने के बाद सीमा बिना पानी के घर का काम करने को मजबूर दिखीं। पति को ऑफिस भेजने के बाद बर्तन, कपड़ा और बाकी काम करना मुश्किल हो गया लेकिन बिजली दोपहर तक नहीं आई। ये किसी एक घर की कहानी नहीं बल्कि इन दिनों हर घर की दास्तां बन गई है। प्रदेश में एक बार फिर से गहराये बिजली संकट का असर है कि सुबह-सुबह ही इमरजेंसी कटौती के नाम पर बिजली गुल हो जा रही है। इसका सीधा असर जहां घरों के कामकाज पर पड़ रहा है। वहीं हर किसी का डेली रुटीन भी डिस्टर्ब हो रहा है। उसपर से लोकल फॉल्ट के नाम पर दस घंटे की कटौती पिछले तीन दिनों से जारी है। जिसके कारण आधा शहर बिजली को लेकर त्राही-त्राही कर रहा है।

कब आयेगी लाइट?

ये कोई जुमला नहीं बल्कि इन दिनों हर किसी का ये दर्द है। दरअसल कोयले की कमी के कारण प्रदेश में भ्00 मेगावाट की एक इकाई ठप हो गई है। जिसके बाद बिजली संकट गहरा गया है। इस कमी को पूरा करने के लिए पूरे प्रदेश में अंधाधुंध बिजली कटौती जारी है। इसमें अपना बनारस भी शामिल है और यहां भी बिजली क्राइसिस के नाम पर लखनऊ से इमरजेंसी कटौती की जा रही है। गुरुवार को भी सुबह साढ़े आठ बजे इमरजेंसी कटौती की गई। जिसके बाद साढ़े दस बजे बिजली आई। वहीं इस क्राइसिस के बीच में लोकल फॉल्ट के नाम पर कटौती का खेल अलग से जारी है जो क्7 सितम्बर तक चलता रहेगा। जिसके कारण हर कोई कटौती से बिलबिला रहा है।

लोकल फॉल्ट ने कर दी है हद

स्टेट में बिजली की कमी से जो हालात बिगड़े हैं वो तो बिगड़े ही हैं लेकिन शहर के क्फ्ख् केवी भिखारीपुर सब स्टेशन में रोस्टरिंग के नाम पर की जा रही कटौती ने पब्लिक की हालत पतली कर दी है। आठ सितम्बर से शुरू हुआ ये वर्क क्7 सितम्बर तक चलना है। जिसके लिए शहर के दक्षिणी इलाके में तीन दिनों से लोग अंधेरे और गर्मी में जीने को मजबूर हैं। सुबह से शाम पांच बजे तक शेड्यूल्ड कटौती के बाद जब बिजली मिल रही है तो अचानक लोड ज्यादा होने के बाद फिर से कटौती कर दी जा रही है। जिसके कारण हाउस वाइब्स से लेकर, दुकानदार, और नौकरी पेशा से लेकर स्टूडेंट्स हर कोई परेशानी झेल रहा है।

रुला दिया है इस बिजली ने

- बिजली कटौती का असर हर किसी पर पड़ रहा है।

- सुबह, दोपहर, शाम और रात में बिजली कटौती का शेड्यूल फिक्स न होने से हर कोई परेशान है।

- बिजली कटौती से बढ़ गई हैं हाउस वाइब्स की मुसीबतें।

- किराये के मकान में रहने वाले लोगों के लिए बिजली कटौती ने बढ़ा दी है मुसीबत।

- कटौती के कारण नहीं मिल रहा है पानी भी।

- सुबह हो रही कटौती के कारण कई इलाकों में कई दिनों से नहीं आया है पानी।

पावरलेस

बिजली विभाग का दावा ख्ख् घंटे

टोटल कटौती - क्ख् से क्ब् घंटे

रोस्टरिंग के नाम पर - दो घंटे

लोकल शटडाउन- छह से सात घंटे

मेजर फॉल्ट- शंकुलधारा, भेलूपुर, गोदौलिया, शिवपुरवा, चौक, लक्सा, सारनाथ, सिगरा।

मोस्ट एफेक्टेड एरिया- पूरा शहर

बिजली कटौती ने पूरा शेड्यूल गड़बड़ा दिया है। सुबह-सुबह बिजली कटने के कारण पानी नहीं मिल रहा है।

-श्वेता मिश्रा, चौक

ये ठीक नहीं है या तो लोकल कटौती करिये या तो रोस्टरिंग के नाम पर। कई बार कटौती होने से मुश्किल दुगनी हो गई है।

-अजीत पाठक, अस्सी

बिजली वालों ने जिंदगी नर्क बना दिया है। रात में सोने जाओ तो बिजली नहीं सुबह सोकर उठो तो बिजली नहीं अरे भाई तो हम बिजली बिल क्यों भरे।

-गौतम कुमार, गोदौलिया

कटौती के कारण पढ़ाई पर बहुत असर पड़ रहा है। कोई शेड्यूल फिक्स न होने से ये समझ नहीं आ रहा है कि किस टाइम पढ़ने बैठा जाये।

-विष्णुकांत शुक्ला, जगतगंज