वाराणसी (ब्यूरो)। बनारस में करीब 45 दिन से लगातार पड़ रही गर्मी और उमस से शनिवार को हुई बरसात से निजात मिल गई। दोपहर बाद करीब एक घंटे की बारिश के बाद मौसम काफी कूल-कूल होने से नागरिक काफी प्रसन्न नजर आए। प्री मानसून की पहली बारिश से शहर नहा उठा और गर्मी से फिलहाल राहत मिलने से सबके चेहरे पर सूकुन की झलक देखने को मिल रही थी। मौमस वैज्ञानिक का अनुमान है आज यानी रविवार को बारिश, तेज आंधी और बादलों की गडग़ड़ाहट से शहर का एक बार फिर सामना हो सकता है। शनिवार को हवा इतनी तेजी चल रही है कि घरों के टिन शेड उड़े जा रहे थे। वहीं बारिश के बाद सड़कों पर कुछ देर के लिए जलभराव जैसी स्थिति हो गई। वाराणसी में तीन दिन से तूफानी और सूखी ठंडी हवा चल रही थी जो कि रातों की उमस खत्म कर शीतलता बढ़ा देती है। 3 दिन में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 39 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, बाबतपुर मौसम विभाग कार्यलय के आंकड़ों के अनुसार जिले में 28.4 मिली बारिश दर्ज की गई।
घाट हुए गुलजार
शहर में शनिवार को सुबह से आसमान पर छाए बादल और नम हवाओं के कारण जहां तापमान में गिरावट देखने के मिली वहीं धूप का असर कमजोर होने से गर्मी का असर कम है। जिससे लोगों को सुकून मिला है। कई दिनों से गर्मी की मार झेल रही पब्लिक को मौसम से मोहलत मिलते ही गंगा घाटों और पब्लिक प्लेसेज पर उमड़ गई। अधिकतम तापमान में लगभग 10 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। आंधी के दौरान बिजली के घंटों गुल होने से कई इलाकों की पब्लिक को परेशान होना पड़ा।
होती रहेंगी बरसातें
मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पांडेय ने बताया कि यह प्री मानसून की बरसात है। मानसून अभी कोलकाता के आसपास बरस रहा है। इसे पूर्वांचल समेत बनारस आने में 25 जून तक का समय लग सकता है। हालांकि, हल्की गरज और चमक के साथ बरसात होने की संभावनाएं बन रही हैं। पहली जून को प्री-मानसून की बारिश के बाद बनारस ने गर्मी का कहर झेला। 15 दिनों तक लगभग हर दिन तापमान 42-43 डिग्री सेल्सियस के ऊपर रहा.