वाराणसी (ब्यूरो)दालमंडी से रविवार को चुप का डंका बजाते हुए लुटा हुआ काफिले का जुलूस निकलाइस मौके पर शिया मस्जिद के प्रवक्ता सैयद फरमान हैदर सलाम और कलाम पेश करते हुए जुलूस में चल रहे थेदालमंडी से मरहूम डॉनाजिम जाफरी के अजाखाने से निकले लुटे काफिले के जुलूस में फरमान हैदर ने कलाम पेश कियाजुलूस के कदीमी रास्ते में आलिमों ने तकरीर पेश कीतकरीर में जब उन्होंने लुटे हुए काफिले का मंजर बयान किया तो शिया समुदाय के लोग बिलखते देते गए.

अलम, दुलदुल व परचम

काफिले के जुलूस में अलम, दुलदुल व परचम भी शामिल थाजुलूस के आते नई सड़क पर चारों ओर लोगों का मजमा जिय़ारत करने उमड़ा दिखाजुलूस में परचम के पीछे दो लोग चुप का डंका, बजाते हुए दरगाहे फातमान की ओर बढ़ेआयोजन में अब्बास मुर्तजा शम्सी, समर शिवालवी, सलमान हैदर, सैफ जाफरी, सिराज वगैरह कलाम पढ़ते हुए चल रहे थेमुज्तबा जाफरी व डामुर्तज़ा जाफरी के संयोजन में निकले जुलूस में कर्बला के शहीदों का लुटा हुआ काफिला नई सड़क, फाटक शेख सलीम, पितरकुंडा, लल्लापुरा होकर होकर दरगाहे फातमान पहुंचाजहां उलेमा ने तकरीर में कहा कि कर्बला में यजीद ने मोर्चा तो जीत लिया मगर जंग वो हार गया, आज पूरी दुनिया में इमाम हुसैन का नाम सबसे ज्यादा रखा जा रहा है मगर यज़ीद का नामलेवा कोई नहीं है.