-कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने मधुसूदन मिस्त्री के नेतृत्व में मिले पार्टी नेताओं से बनारस पर की बात

-आगे की रणनीति का मांगा प्लैन, चार नवंबर के बाद पूर्वाचल भर में होगा आंदोलन

VARANASI

साधु-संतों पर हुए लाठीचार्ज व अन्याय प्रतिकार यात्रा के दौरान हुए बवाल के बाद कांग्रेसजनों पर दर्ज हुई एफआईआर व एमएलए पर रासुका लगाए जाने को पार्टी हाईकमान ने गंभीरता से लिया है। पार्टी इस मुद्दे पर जल्द ही रोड पर उतर कर बड़ा आंदोलन करने की रणनीति पर विचार कर रही है। इसी के तहत पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रदेश के नेताओं से मिलकर आंदोलन की स्ट्रैटजी की रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलते ही एआईसीसी इस पर विचार कर आगे की रणनीति तय करेगी। एमएलए ललितेशपति त्रिपाठी के मुताबिक बिहार चुनाव समाप्त होते ही एक के बाद एक आंदोलन चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।

बात करने को बुलाया था दिल्ली

कांग्रेसजनों के खिलाफ डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा एफआईआर दर्ज करने और एमएलए अजय राय को एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर रासुका लगाए जाने के बाद से जिला व महानगर कांग्रेस कमेटी की ओर से लगातार आंदोलन किया जा रहा है। इसी कड़ी में बिहार जाते समय बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचने पर राहुल गांधी के स्थानीय नेताओं से न मिलने की बात नई दिल्ली पहुंचायी गयी। जिसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री, प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री, पूर्व एमएलसी राजेशपति त्रिपाठी व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी को पूरे घटनाक्रम पर बात करने के लिए नई दिल्ली बुलाया। फ्0 अक्टूबर ये सभी राहुल गांधी से मिलने उनके ऑफिस पहुंचे, जहां उन्होंने पूरी बात सुनने के बाद आगे चलने वाले आंदोलन का पूरा खाका तैयार कर मांगा।

बड़े नेता करेंगे नेतृत्व

चार नवंबर के बाद पूर्वाचल सहित पूरे प्रदेश में आयोजित होने वाले आंदोलन का नेतृत्व कांग्रेस के सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय नेता करेंगे। ललितेशपति त्रिपाठी ने बताया कि इस दौरान होने वाले बड़े आंदोलन का नेतृत्व राहुल गांधी भी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस पर उन्होंने लगभग स्वीकृति प्रदान कर दी है। ललितेशपति के अनुसार इस बीच पूर्वाचल के प्रत्येक जिले में पदयात्रा सहित कई अन्य प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे। अंत में सभी जिलों का संयुक्त आंदोलन होगा।