-NER के GM ने कैंट स्टेशन पर ट्रेन्स की संख्या कम करने के लिए तलाशी संभावनाएं

-शिवपुर, सिटी व कैंट स्टेशन का देखा हाल, सिटी से कैंट तक डबल लाइन के वर्क पर भी किया मंथन

VARANASI

कैंट स्टेशन का प्रेशर कम करने के लिए अब सिटी स्टेशन पर नजर है। नॉर्दन रेलवे के जीएम एके पुथिया ने कैंट स्टेशन पर ट्रेन्स की संख्या कम करने के लिए गुरुवार को वाराणसी सिटी में संभावनाएं तलाश की। जीएम एक दिवसीय दौरे पर नई दिल्ली से बनारस आए थे। सिटी स्टेशन से अधिक से अधिक ट्रेन्स चलाई जाएं, इसके लिए सिटी से कैंट तक डबल लाइन के वर्क पर भी मंथन किया। यह कार्य अगले साल जुलाई तक पूरा कर लिया जाना है।

मालगोदाम होगा शिफ्ट

बनारस आने के बाद स्पेशल ट्रेन से शिवपुर स्टेशन पहुंचे जीएम ने यहां पैसेंजर्स एमेनटीज का इंस्पेक्शन किया। कैंट स्टेशन से सिटी तक विंडो निरीक्षण भी किया। रेलवे के ऑफिसर्स व इंजीनियर्स के साथ स्टेशन की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद कैंट स्टेशन के मालगोदाम को देखा। इस गोदाम को दूसरी जगह शिफ्ट करना है। गोदाम का स्थान यार्ड की री-मॉडंिलंग में यूज किया जाना है।

कैंटोनमेंट एरिया होगा डेवलप

रेलवे बोर्ड कैंट स्टेशन के यार्ड री-मॉडलिंग के तहत प्लेटफॉर्म नंबर नौ के पास से गुड्स ट्रेन्स के लिए दो अलग ट्रैक बिछाने के लिए कैंटोन्मेंट से जमीन की मांग की गई है। इसके लिए रेल मंत्रालय ने रक्षा मंत्रालय को लेटर लिखा था। इसके तहत इंजीनियर्स ने सर्वे किया है। जीएम के साथ लखनऊ डिवीजन के डीआरएम एके लाहोटी व एनईआर वाराणसी डिवीजन के डीआरएम एसके कश्यप, चीफ एरिया मैनेजर रवि प्रकाश चतुर्वेदी, सीनियर स्टेशन मैनेजर एके पांडेय, डॉ। महेंद्र चौधरी, सहायक सुरक्षा आयुक्त एसके पाल व सतीश कुमार अर्जुन आदि मौजूद रहे।

------------------

दो घंटे खड़ी रही सेनानी

एक तरफ जीएम कैंट स्टेशन का इंस्पेक्शन कर रहे थे तो दूसरी ओर हजारों पैसेंजर्स से भरी नई दिल्ली से जयनगर बिहार जा रही सुपरफास्ट स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस को लगभग एक घंटे भ्ख् मिनट तक स्टेशन पर रोके रखा गया। जीएम को स्पेशल ट्रेन से कैंट से सिटी स्टेशन ले जाने व वापस लाने के लिए सेनानी एक्सप्रेस को कैंट स्टेशन पर सुबह क्0.ब्भ् से दोपहर क्ख्.फ्7 बजे तक खड़ा रखा गया। इस बीच छपरा-दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस को पास कराया गया। इसके बाद सेनानी को सिटी की ओर रवाना किया गया। इससे पैसेंजर्स में आक्रोश रहा। कुछ यात्री स्टेशन मैनेजर ऑफिस में कम्प्लेन करने पहुंच गए जिन्हें किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया गया।