-एसी कोच में पैसेंजर को मिलेगा डिस्पोजल नैपकिन

-खर्च कम करने को रेलवे ने लिया डिसीजन

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ट्रेन के एसी कोच में जर्नी के दौरान यात्रियों को अब फेस टॉवेल की जगह डिस्पोजेबल नैपकिन मिलेगा। रेलवे बोर्ड के डिसीजन के मुताबिक सस्ता, छोटा, डिस्पोजेबल नैपकिन अब तौलिए की जगह लेगा। सर्विस को लेकर कम्प्लेन के बाद रेलवे ने यात्रियों की यात्रा को सुखद बनाने के लिए यह कदम उठाया है। एक महीना पहले एसी कोच में यात्रा करने वालों को नायलॉन का कंबल मुहैया कराने का आदेश देने के बाद रेलवे बोर्ड अब कॉटन रिच बुनाई रहित तौलिया देगा। जिससे खर्च में कटौती के साथ ही पैसेंजर्स को साफ टॉवेल मिलेगा। रेलवे बोर्ड ने ऑर्डर जारी कर सभी एसी कोच में तौलिये की जगह छोटे, सस्ते और डिस्पोजेबल नैपकिन देने के लिए कहा है।

प्रति पीस 3.53 रुपये आता है खर्च

वर्तमान में यात्रियों को जो तौलिया दी जाती है उसपर खरीद और धुलाई सहित प्रति पीस खर्च 3.53 रुपये है। इसे देखते हुए पैसेंजर्स को खास तरह की नैपकिन देने का निर्णय लिया गया है। इससे रिलेटेड लेटर 26 जून को सभी रेलवे जोन केजीएम को भेज दिया गया है। बोर्ड का मानना है कि थोक में खरीद और आकार में छोटा होने के कारण इसपर कम खर्च आने का अनुमान है। उम्मीद है कि वर्तमान समय में जितना रेट है उससे कम में नैपकिन मिल जाएगा।

नैपकिन होगा इको फ्रेंडली

एसी कोच में मौजूदा तौलिए का आकार 52 सीएम बाई 40 सीएम है। जबकि नया नैपकिन 40 सीएम बाई 30 सीएम होगा। एसी में यात्रा करने वालों के बेडरोल का खर्च भी टिकट में शामिल होता है। रेलवे के ऑफिसर के मुताबिक नया तौलिया पर्यावरण के अनुकूल होगा। यह कपास का बना होगा ताकि ज्यादा पानी सोख सके। लंबी दूरी की यात्रा करने वालों को जरूरत होने पर प्रति बिस्तर दो नैपकिन भी मुहैया कराए जा सकते हैं।