-कैंट स्टेशन की री-मॉडलिंग पर डीआरएम स्तरीय मंथन

-नॉर्दन व एनईआर में समन्वय बनाकर होगा वर्क

VARANASI: मंडुआडीह से नईदिल्ली के बीच चलने वाली सुपरफास्ट शिवगंगा का रैक अब राजधानी एक्सप्रेस की तरह होगा। कुछ ही दिनों में ट्रेन का रैक बदल दिया जाएगा। अप व डाउन दोनों रैक मंडुआडीह स्टेशन पर आ गया है। बस, रेलवे बोर्ड से हरी झंडी का इंतजार किया जा रहा है। यह जानकारी बुधवार को लहरतारा स्थित एनईआर ऑफिस में डीआरएम एके कश्यप व नार्दन रेलवे के डीआरएम एसके लोहाटी ने दी। अब शिवगंगा के कोच पहले से बेहतर होंगे। बर्थ और आराम दायक होंगी। साथ ही पूरी ट्रेन रेड कलर की होगी। दोनों ऑफिसर अपने सहयोगियों के साथ कैंट रेलवे स्टेशन के यार्ड की री-माडलिंग के बाबत मीटिंग कर रहे थे।

यह होने हैं मुख्य कार्य

लगभग ख्ख्भ् करोड़ रुपये से कैंट स्टेशन के यार्ड समेत मंडुआडीह व वाराणसी सिटी स्टेशन की लिंक लाइनों का री-मॉडलिंग किया जाना है। इसके तहत वाराणसी सिटी से कैंट होते मंडुआडीह तक दोहरीकरण, लोहता स्टेशन को मंडुआडीह से जोड़ने के लिए नई लाइन, कैंट स्टेशन से मालगाडि़यों के लिए प्लेटफार्म नंबर नौ की ओर से बाईपास लाइन, सभी प्लेटफॉ‌र्म्स की चौड़ाई व लंबाई एक समान करने, यार्ड में चार अतिरिक्त वाशिंग लाइन बनाने के कार्य किए जाने हैं।

रक्षा विभाग का सकारात्मक कदम

लखनऊ मंडल के डीआरएम लोहाटी ने बताया कि गुड्स ट्रेन के लिए बाईपास लाइन निर्माण में कैंटोनमेंट बोर्ड की जमीन की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए बातचीत जारी है। रक्षा विभाग की ओर से सकारात्मक पहल है। यहां हुई समन्वय मीटिंग में कार्य के दौरान ट्रेंस का ऑपरेशन कैसे हो। कौन सी ट्रेन बंद की जाए और कौन सी ट्रेन मंडुआडीह व सिटी से चलाई जाए। इस विषय पर डिवीजन लेवल पर विस्तार से चर्चा हुई। अभी तीन मीटिंग समन्वय के बाबत होंगी। इसके बाद रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी। तत्पश्चात काम स्टार्ट होगा। मीटिंग में एडीआरएम आनंद भाटिया, चीफ एरिया मैनेजर रवि प्रकाश चतुर्वेदी, कैलाश राम व राधामोहन सिंह प्रेजेंट रहे।