रेलवे ने मिनिमम फेयर का रेट पांच रुपए से किया दोगुना

आसपास के डेस्टिनेशन का टिकट खरीदकर अब प्लेटफॉर्म पर तफरी मारना पड़ेगा भारी

VARANASI

छोटी दूरी का रेल टिकट खरीदकर प्लेटफॉर्म पर बेवजह भीड़ करने के दिन लद गए। अब रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने अपना सबसे छोटा टिकट भी दस रुपये का कर दिया है। जिससे कोई भी प्लेटफॉर्म की बजाए आसपास के स्टेशन का टिकट खरीदने से बचेगा। जबकि पहले प्लेटफॉर्म टिकट से सस्ता आसपास के स्टेशन का टिकट था। जिसका खूब मिस यूज हो रहा था। इसे बचने के लिए रेलवे ने टिकट का भी रेट बढ़ा दिया है। जो ख्0 नवंबर से इफेक्टेड हो जाएगा। बता दें कि इस साल के रेल बजट में अनावश्यक लोगों को रोकने के लिए प्लेटफॉर्म का रेट क्0 रुपये कर दिया गया था। इसके बाद से ही आसपास के डेस्टिनेशन के रेल टिकट का रेट बढ़ाने पर मंथन हो रहा था।

रुक जाएगा लॉस

जब से प्लेटफॉर्म टिकट का रेट पांच से दस रुपये हुआ था तब से स्टेशन पहुंचने वाले लोग इससे कम रेट का रेल टिकट खरीदकर कैंपस में तफरी मारते थे। वो भी क्ख् घंटे। जिससे रेलवे को भारी लॉस हो रहा था। इसे देखते हुए रेल मिनिस्ट्री ने सबसे छोटा टिकट भी दस रुपये का करने का प्लैन बनाया। जिस पर मंथन के बाद इसे लागू करने का डिसीजन लिया गया। ख्0 नवंबर से यह लागू हो रहा है। इसके साथ ही ईएमयू, डीएमयू व पैसेंजर ट्रेन में पांच रुपये का यूटीएस दस रुपये का हो जाएगा। रेलवे को उम्मीद है कि इसके बाद रेवेन्यू लॉस जीरो हो जाएगा।

भीड़ रोकने की कवायद

रेट बढ़ाने के पीछे डिपार्टमेंट का एकमात्र मकसद प्लेटफॉर्म पर भीड़ को कंट्रोल करना था। यही वजह है कि प्लेटफॉर्म टिकट का रेट एक झटके में दोगुना कर दिया गया। लेकिन इससे डिपार्टमेंट का मकसद पूरा होने की बजाए मामला उल्टा पड़ गया। जिसके बाद रेलवे ने अपने सबसे छोटे रेल टिकट का भी रेट दोगुना करने का डिसीजन लिया। इसी कड़ी में शुक्रवार से पांच रुपये का टिकट बटना बंद हो जाएगा। इसकी जगह दस रुपये का ही यूटीएस मिलेगा।

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इसका सिर्फ एक मकसद है प्लेटफॉर्म पर बेवजह भीड़ को रोकना। टिकट का रेट कम होने से लोग इसे आसानी से खरीदकर प्लेटफॉर्म पर भीड़ बढ़ाते थे।

नीरज शर्मा, सीपीआरओ, नॉर्दन रेलवे