-पीएम के संसदीय क्षेत्र को सौगात देने में जुटा रेलवे

-मीरजापुर की बजाय दोनों ट्रेन्स को भदोही के रास्ते वाराणसी तक चलाने का भेजा प्रपोजल, सीपीटीएम से मिली सहमति

VARANASI

वाराणसी कैंट स्टेशन से होकर अब दो राजधानी के चलने का रास्ता साफ हो गया है। जल्द ही नई दिल्ली-सियालदह व नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी कैंट स्टेशन से होकर चलने लगेंगी। ऐसा वाराणसी-जंघई-भदोही-इलाहाबाद रूट के इलेक्ट्रिफाइड होने से संभव हुआ है। खास बात यह है कि दोनों ट्रेन्स को वाया कैंट से चलाने के लिए बनारस व लखनऊ में तैनात रेल ऑफिसर्स ने नॉर्दन रेलवे व नॉर्दन सेंट्रल रेलवे के सीपीटीएम यानी चीफ पैसेंजर ट्रैफिक मैनेजर की सहमति के बाद बड़ौदा हाउस प्रपोजल भेज दिया है। सोर्सेज के मुताबिक प्रपोजल पर लगभग सहमति भी बन चुकी है। परमिशन मिलते ही दोनों ट्रेन्स कैंट स्टेशन होकर दौड़ने लगेंगे। ऑफिसर्स के अनुसार फरवरी में आने वाले रेल बजट ख्0क्म् में भी इस प्रपोजल को शामिल किया जा सकता है।

पीएम को खुश करने की कोशिश

दोनों राजधानी को कैंट स्टेशन मोड़ देने से न केवल बनारस के लोगों को सौगात मिलेगी बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी भी खुश हो जाएंगे। प्रपोजल के मुताबिक दोनों राजधानियां इलाहाबाद से मीरजापुर की बजाय भदोही से होते हुए वाराणसी कैंट होकर मुगलसराय पहुंच जाएंगी। क्योंकि दोनों राजधानी ट्रेनों का मीरजापुर में ठहराव नहीं है। इस वजह से दोनों ट्रेनों को बनारस की ओर मोड़ने में कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

खोल नहीं रहे पत्ता

वाराणसी-इलाहाबाद रूट के इलेक्ट्रिफाइड होने से रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन पीएम के संसदीय क्षेत्र पर खास फोकस कर रहा है। यही वजह है कि बिना लेट किए यहां से महामना सुपरफास्ट के संचालन को हरी झंडी दे दी गयी। अब सियालदह, भुवनेश्वर राजधानी व दुरंतो पर नजर है। ऑफिसर्स के मुताबिक इसके बाद नई दिल्ली-इलाहाबाद दुरंतो को भी बनारस तक विस्तार दिया जा सकता है। हालांकि प्रपोजल मिलने के बाद इस पर तेजी से काम चल रहा है। हेड क्वार्टर के ऑफिसर्स कवायद को अंजाम तक पहुंचाने में जुट गए हैं। यह प्लैन कब तक पूरा होगा। इसको डिस्क्लोज नहीं किया जा रहा है। ऑफिसर्स कुछ बोलने से कतरा रहे हैं। बस इतना बताया जा रहा है कि राजधानी व दुरंतो बनारस आ सकती हैं। इस बात को चीफ एरिया मैनेजर रवि प्रकाश चतुर्वेदी ने भी एक्सेप्ट किया है।

ये है राजधानी का रूट

-नई दिल्ली, कानपुर, मुगलसराय, गया, धनबाद, आसनसोल, दुर्गापुर, सियालदह।

-नई दिल्ली, कानपुर, मुगलसराय, गया, टाटा नगर, खड़गपुर, बालासोर, भदरक, कटक व भुवनेश्वर।

-नई दिल्ली, कानपुर, मुगलसराय, गया, बोकारो, मूरी, टाटा नगर, खड़गपुर, बालासोर, कटक व भुवनेश्वर।