रोडवेज बसों की हालत खस्ता, पैसेंजर हो रहे परेशान
खिड़कियों के शीशे टूटे तो, सीटें हैं फटी हुई
-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिएलिटी चेक में हुआ खुलासा
रोडवेज बसों की हालत अच्छी नहीं है। इसमें सफर करने पर यात्रियों की डगर मुश्किल साबित हो रही है। बसों के शीशे टूटे हैं जिनसे सर्द हवाएं का थपेड़ा लगता है। सीटें फटी और टूटी हैं जिनकी वजह से छोड़ा सफर भी मुश्किल भरा हो गया है। यात्रियों को बेहतर सुविधा का दावा करने वाले रोडवेज के कैंट डीपों की बसों की पड़ताल दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने किया। रिएलिटी चेक में क्या आया सामने आप भी पढि़ए।
बस-1
नंबर-यूपी 65-बीटी 0526
रूट -वाराणसी-गोरखपुर
लम्बी दूरी तय करने वाली बस की सीटें टूटी-फटी हैं। ज्यादातर से फोम निकल चुका है और लोहे नजर आ रहे हैं। बस की बॉडी भी जगह-जगह टूटी है। बस के विंडों के शीशे भी टूटे हुए हैं। इन्हें लोहे की प्लेट से ढकने की कोशिश की गयी है।
बस-2
नंबर-यूपी 65-बीटी 0488
रूट-वाराणसी-शक्तिनगर, अमलोरी
इस बस की हालत बहुत खस्ता है। इसका अंदाजा बस की सबसे पीछे लगी महिला सीट को देखकर लगाया जा सकता है। यह पूरी तरह उखड़ चुकी है। सीट कवर नहीं होने से यात्री इस पर नहीं बैठते हैं। जानकारी के बावजूद सीट ठीक नहीं करायी गयी।
बस-3
नंबर-यूपी 65-एटी-2694
रूट-वाराणसी-धानापुर
बस की फर्श पूरी टूटी चुकी है। इसमें बैठने में ही यात्रियों को डर लगता है कि बस सफर पूरा कर भी पाएगी या नहीं। 10 साल पुरानी होने के बाद विभाग की ओर से बस का संचालन किया जा रहा है।
बस-4
नंबर-यूपी 65 डीटी 3950
रूट-वाराणसी-कछवां
इस बस में रात में सफर करना जान जोखिम में डालना है। इसकी हेडलाइट पूरी तरह से टूट चुकी है। इसको रिपेयर भी नहीं कराया जा सका है। इसके अलावा बस की कई सीटें भी टूटी हुई हैं। इससे यात्रियों परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बस-5
नम्बर-यूपी 65 ईटी 9319
रूट-वाराणसी-जौनपुर
यह बस बहुत पुरानी तो नहीं लेकिन इसकी हालत जर्जर हो चुकी है। चलते समय सभी पार्ट्स आवाज करते हैं। यह चलते-चलते रास्ते में कब बंद हो जाए कुछ पता नहीं है। इसमें सफर करके परेशानी हो चुके पैसेंजर अब चढ़ने से डरते हैं।
काशी डिपो की ज्यादातर बसों की हालत खस्ता हो चुकी है। नियमित मेंटेनेंस कराकर इनकों विभिन्न रूटों पर संचालित किया जा रहा है। सड़कें क्षतिग्रस्त होने के चलते भी बसों में गड़बड़ी आ रहीं है। विभाग के आला अधिकारियों को इससे अवगत करा दिया गया है।
ओम कुमार मिश्रा,
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, रोडवेज काशी डिपो, वाराणसी