-कैंट स्टेशन कैंपस में RPF गंदगी फैलाने वालों से सिर्फ वसूली में है मशगूल

-एक साल में 1300 गंदगी फैलाने वालों से चार लाख रुपये वसूली गई फाइन

VARANAS

कैंट स्टेशन एडमिनिस्ट्रेशन भले सफाई का ढिंढोरा पीटे, लेकिन कैंपस में कई जगह ऐसे हैं जहां आप बिना नाक पर रुमाल रखे आ-जा नहीं सकते। इन जगहों पर लोगों के खुलेआम टॉयलेट करने के कारण ऐसा हुआ है। जिसके चलते जबरदस्त दुर्गध उठती है। मजेदार बात यह है कि इसके खिलाफ आरपीएफ की ओर से डेली कैंपेन चलाया जाता है। इसमें पकड़े जाने वाले का चालान भी होता है। पर आरपीएफ बस कमायी तक ही सीमित है। यदि सच में एक्शन का डर होता तो स्टेशन पर सफाई भी दिखने लगती।

चलाया जाता है अभियान

आरपीएफ ने कैंट स्टेशन पर एक साल में रेलवे एक्ट की विभिन्न धाराओं में ब्000 लोगों का चालान करके क्8 लाख रुपये की वसूली किया है। जिसमें केवल जहां-तहां गंदगी फैलाने वाले क्फ् सौ शामिल हैं। जिन्हें हिरासत में लेकर चार लाख रुपये की फाइन वसूली गयी। आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त एस के पाल के अनुसार आरपीएफ टीम स्टेशन कैंपस में गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ डेली कैंपेन चलाती है। पकड़े जाने वाले हर किसी से फाइन जमा कराया जाता है। ताकि कैंपस की सफाई और स्वच्छता बरकरार रहे। उन्होंने बताया कि आपीएफ कैंट स्टेशन कैंपस की साफ-सफाई के लिए हमेशा जुटी हुई है।

इन धाराओं में होता है चालान

सहायक सुरक्षा आयुक्त के मुताबिक रेलवे एक्ट की धारा क्ब्भ्, क्भ्म्, क्म्ख्, क्ब्ब्, क्ब्क् तथा पांच के अलावा धारा क्ब्फ् के तहत चालान किया जाता है। उन्होंने बताया कि कैंपस में भीख मांगने वाले को क्ब्ब् बी तथा अवैध वेंडर्स का क्ब्ब् के तहत चालान होता है। बावजूद इसके आएदिन कैंपस में गंदगी करने वाले पकड़े जा रहे हैं। कहा कि दूर दराज से स्टेशन पहुंचने वाले पैसेंजर्स के साथ ज्यादा प्रॉब्लम है। यदि वे अवेयर हो जाएं तो यह समस्या अपने आप समाप्त हो जाएगी। साथ ही बताया कि गंदगी करने वालों को अवेयर करने का प्रोग्राम भी चलाया जाएगा।