वाराणसी (ब्यूरो)। रूस-यूक्रेन युद्ध इस समय सोशल मीडिया पर धूम मचाए हुए है। देश के कई राज्यों में चुनाव की व्यवस्तता के बीच भी लोग युद्ध को लेकर कुछ न कुछ लिख रहे हैं। इस दौरान कुछ यूक्रेन के साथ खड़े दिख रहे हैं तो कुछ रूस के। इस संकट की घड़ी में भी कुछ लोग मजाक ढूंढ़ ले रहे हैं। ट्विटर पर एक राजनीति विज्ञान का छात्र लिखता है, ये सिर्फ एक युद्ध नहीं है, ये तो हमारे विषय में जुडऩे वाला एक और अध्याय है, जिसका एग्जाम में विस्तृत व्याख्या करनी होगी। फेसबुक पर युद्ध को लेकर ब्लड डोनेट करने की अपील की जा रही है यह बताते हुए कि यूक्रेन में बहुत जल्द इसकी बहुत अधिक आवश्यकता पडऩे वाली है। वहीं वाट्सएप पर भारतीय राजनेताओं, किसान नेताओं का नाम लेकर मजाक बनाया जा रहा है। वहीं ये भी बताया जा रहा है कि भारत के सामने धर्मसंकट खड़ा हो गया है कि वह किसके साथ खड़ा हो। इसे लेकर तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं.
ट्विटर पर
ये रूस और यूक्रेन की लड़ाई नहीं है, ये भविष्य में राजनीति विज्ञान के छात्रों के लिए एक और सब्जेक्ट है, जिसका उन्हें एग्जाम विस्तृत रूप से व्याख्या करनी होगी.
साइंस सिस्टर, बोलुटीफाई
रूस/यूक्रेन संघर्ष अभी चल रहा है, हालांकि ये सबसे घातक युद्ध नहीं है। उदारवादी केवल तब मासूमों की मौत की परवाह करते हैं, जब यह गोरे लोगों को प्रभावित कर रहा हो.
इयोनू रीवेस
आपका मतलब रोमानी और कोकेशियान आबादी से है, जिन्हें पिछले आठ वर्षों से सरकारी समर्थकों द्वारा निशाना बनाया गया है और आपने इसके बारे में एक शब्द भी नहीं कहा.
एंटी सेटलर एक्शन, वुली ताजेर
फुटबाल खिलाडिय़ों के लिए अपनी शर्ट के नीचे रूस-यूक्रेन युद्ध के बारे में संदेश रखना पूरी तरह से ठीक है, लेकिन जब इजराइल से फिलिस्तीनियों की ओर सामूहिक नरसंहार की बात आती है तो टीवी प्रसारक इसे लाइव दिखाने से क्यों हिचकिचाते हैं।
कासिम कमर
फेसबुक पर
अपने प्रोफाइल चित्र में यूक्रेनियाई ध्वज जोडऩा एक बहुत अच्छा और दयालु इशारा है, लेकिन अगर आप और अधिक करना चाहते हैं और हमारे दोस्तों का समर्थन करना चाहते हैं, तो आप निम्न कार्य कर सकते हैं-
- घर पर कुछ जगह बनाएं और किसी ऐसे व्यक्ति को समायोजित करने के लिए तैयार रहें जो अब घर पर सुरक्षित नहीं है.
- रक्तदान करें, क्योंकि बहुत जल्द बहुत कुछ चाहिए.
- यूक्रेन चैरिटी को दान करें,
जेकाट्रिनिया कैलीनेने
मैं विश्वास करना चाहता हूं कि यह एक रूस युद्ध नहीं है, यह पुतिन युद्ध है। मुझे आशा है कि वहां पर्याप्त समझदार रूस पहचान रहे हैं कि आज रूस एक परानोइड नेता द्वारा छेड़े गए युद्ध में आक्रामक है। रूसी अच्छे वसीयत के! आज आपको पुतिन के खिलाफ बगावत करनी चाहिए.
बेइंग लिबरल
यूक्रेन पर पुतिन के पूर्ण पैमाने पर सैन्य हमले की अगुवाई में, मैं लगातार रूसी मित्रों और पत्रकारों के संपर्क में थी, यह समझने के लिए कि रूसी कैसा महसूस कर रहे होंगे और वे उस खतरनाक ब्रिंकमैनशिप के बारे में क्या सोच रहे होंगे, जिसे हमने सामने देखा था। एक आम प्रतिक्रिया यह थी कि यह एक खेल था कि पुतिन के लिए यह वास्तव में नाटो को पीछे हटने के बारे में था, निश्चित रूप से वह वास्तव में यूक्रेन पर आक्रमण नहीं करेगा.
टेसा आर्सिलिया
वाट्सएप पर
बिग ब्रेकिंग न्यूज
यूक्रेन ने रशियन आर्मी को बॉर्डर पर ही रोकने के लिए राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव दोनों से किया संपर्क। कहा दोनों बॉर्डर ब्लॉक करने में हैं एक्सपर्ट!
नमस्कार पुतिन जी,
मैं अरविंद केजरीवाल बोल रहा हूं, नए देश के लिए पीएम चाहिए तो मुझे जरूर बताएं। 400 यूनिट बिजली फ्री और पानी एकदम फ्री
रूस भारत का सच्चा मित्र है अब धर्म संकट ये है कि भारत रूस का साथ दे या यूक्रेन का, इजरायल और रूस ने हमेशा बिना शर्त भारत का समर्थन और सहायता की है। रूस का साथ दिया तो अमेरिका बुरा मान जाएगा और यूक्रेन का साथ दिया तो एक सच्चा मित्र रूस बुरा मान जाएगा। इस स्थिति से बचने के लिए इस समय भारत को पाकिस्तान को कुचल देना चाहिए और कश्मीर वापस ले लेना चाहिए, फिर भारत आसानी से कह सकता है कि अभी हम बिजी हैं.