-सेल्स टैक्स के रडार पर कर न अदा करने वाले सवा सौ व्यापारी

-दो सौ व्यापारियों ने दर्शाया है सालाना पांच लाख रुपये से कम का व्यवसाय

VARANASI

सिटी में सवा सौ ऐसे व्यापारी हैं जो रजिस्ट्रेशन तो कराएं हैं लेकिन खुद को टैक्स के दायरे से बाहर दर्शाते हैं। जबकि उनका कारोबार छूट की तय सीमा से अधिक का आंका गया है। ऐसे व्यापारियों पर सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट का चाबुक चलने वाला है। सेल्स टैक्स की ओर से कराए गये सर्वे में चिन्हित किये गए सवा सौ व्यापारियों को नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है। किसी भी तरह के व्यापार के लिए वाणिज्य कर विभाग में पंजीकरण कराना जरूरी है। ईयरली पांच लाख रुपये से कम व्यवसाय को वाणिज्य कर के दायरे से बाहर रखा जाता है। जबकि इसके बाद श्रेणी के अनुसार कर की व्यवस्था है। डिस्ट्रिक्ट में 98,78भ् व्यापारी रजिस्टर्ड हैं, जिनमें से करीब सवा सौ व्यापारियों ने अपना व्यवसाय वार्षिक पांच लाख रुपये से कम दर्शाया है।

मिली चौंकाने वाली जानकारी

पिछले दिनों सेल टैक्स डिपार्टमेंट ने इसकी हकीकत पता करने के लिए सर्वे कराया था। चौंकाने वाली जानकारी यह सामने आई थी कि करीब सवा सौ व्यापारियों का बड़ा व्यवसाय है और इनकी वार्षिक लिमिट पांच लाख रुपये से काफी अधिक है। लेकिन ये व्यापारी कोई भी वाणिज्य कर अदा नहीं कर रहे हैं। जिसके बाद वाणिज्य कर विभाग ने इन व्यापारियों पर शिकंजा कसना शुरू क दिया है।

गोलमाल में सबसे आगे

कारोबारी कर बचाने के लिए बड़ा गोलमाल बिल के जरिये करते हैं। बिक्री के समय उपभोक्ताओं को बिल नहीं दिया जाता है। जागरूकता की कमी से आमजन भी इसे बहुत महत्वपूर्ण नहीं समझते, सामान लेने के बाद भुगतान कर देते हैं। इसके चलते यह लेनदेन विभाग की नजर में नहीं आ पाता है। इस तरह व्यापारी को जितना कम से कम व्यापार दिखाना होता है, आसानी से यह कर लिया जाता है। अधिकारियों के अनुसार विभाग ने सर्वे के आधार पर ऐसे करीब सवा सौ व्यापारियों को चिन्हित किया है। इन्हें नोटिस भेजने की तैयारी चल रही है।

ये रखें ध्यान

-खरीदारी के समय पक्का बिल जरूर प्राप्त कर लें

-यदि कोई बिल देने में आनाकानी करता है या कच्चा बिल देता है तो इसकी शिकायत सीधे विभाग में करें

-अन्य उपभोक्ताओं को भी करें अवेयर