वाराणसी (ब्यूरो)नकली दवाओं के मामले अब बड़ा खुलासा हुआ हैपिछले एक माह में बनारस में 20 और पूरे प्रदेश में 40 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैंइसे लेकर बनारस से बड़ी कार्रवाई होने जा रही हैकंपनियां चिन्हित की गई हैं और उनके खिलाफ केस से लेकर लाइसेंस निरस्तीकरण के कार्रवाई की तैयारी की जा रही हैइन नकली व स्पूरियस दवाओं का सबसे बड़े हब के रूप में हिमांचल व उत्तराखंड आए हैं, जहां इन्हें तैयार किया जा रहा हैड्रग विभाग के अनुसार पिछले दिनों शहर में पकड़े गए करोड़ों रुपए के नकली और स्पूरियस दवाओं की जांच के लिए करीब 50 सैंपल भेजे गए थेइनमें से करीब 40 दवाओं के सैंपल रिपोर्ट फेल हो गए है.

अब तक के रिकार्ड टूटे

नकली और नशीली दवाओं के करीब 40 सैपल रिपोर्ट फेल होने से ड्रग विभाग के अफसर हैरान हैंउनका कहना है कि दवा के नाम पर आम लोगों के जीवन के साथ नशे के सौदागर खिलवाड़ कर रहे हैऐसे लोगों के खिलाफ विभाग लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई कर रहा है.

खडिय़ा और दोयम दर्जे का ग्लूकोज

ड्रग विभाग के अफसरों की मानें तो रिपोर्ट में खडिय़ा और दोयम दर्जे का ग्लूकोज पाया गया है जो सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हैड्रग विभाग के अफसर ने बताया कि हिमांचल प्रदेश और उत्तराखंड नकली और नशीली दवाओं के हब के रूप में सामने आए हैंवहां से गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर, मेरठ, बरेली, पूर्वांचल के जिलों के अलावा एमपी, राजस्थान, गुजरात तक नकली दवाओं की सप्लाई हुई थीइनका नेक्सस इतना स्ट्रांग है कि किसी एक के पकड़े जाते ही ये सप्लाई का तरीका बदल देते हैं.

हॉकर के जरिए सप्लाई

नकली दवा कारोबारी नशीली और नकली दवाओं की सप्लाई के लिए हॉकर्स का इस्तेमाल करते थेसंबंधित शहरों में हॉकर ढूंढकर ये उन्हें पैसे का लालच देकर नर्सिंग होम, हास्पिटल, दुकानों में दवाओं की सप्लाई करते हैंकरीब एक दर्जन से अधिक हॉकर अब तक पकड़े जा चुके हैंहॉकर्स से मिले मोबाइल नंबर्स को लेकर सर्विलांस के माध्यम से पता किया गया तो पता चला कि सैकड़ों की संख्या में हॉकर देश के कई शहरों में नशीली और नकली दवाओं की सप्लाई में लिप्त हैं

इन दवाओं के सैंपल फेल

-एल्प्राजोलम

-जोल्पीडम

-क्लोनजीपाम

-ट्रमाडोल

-क्लोडायजोपाक्साइड

-लोराहजीपेम

-टैक्सीम

-टैक्सीम ओ

नशीली और नकली दवाओं के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगीअभी देश के कई राज्यों में अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही हैवाराणसी मेरठ, गाजियाबाद, कानपुर, लखनऊ समेत कई शहरों में अभियान चलाकर दवाओं के सैंपल लिए गए थेइनमें से करीब 40 के सैंपल फेल हुए हैंसभी के खिलाफ एक हफ्ते के अंदर मुकदमा किया जाएगा.

नरेश मोहन, डीएलए

नकली और नशीली दवाओं का कारोबार करने वालों से पूरा दवा सेक्टर बदनाम हो रहा हैऐसे लोगों के खिलाफ विभाग सख्त कार्रवाई करेनकली और नशीली दवाओं का जो लोग कारोबार कर रहे हैं उनके खिलाफ एसोसिएशन के पदाधिकारी भी चुप नहीं बैठेंगेऐसे लोगों से एसोसिएशन के दुकानदार कारोबार नहीं करेंगे.

सुधीर अग्रवाल, महामंत्री, आर्गनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट उत्तर प्रदेश