करपात्र धाम में हुए एक सेमिनार में कांग्रेस को लिया आड़े हाथों

VARANASI

असम गण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व असम के पूर्व मुख्यमंत्री प्रफुल्ल महंत ने कहा कि देश में बहुत सी समस्याएं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। कांग्रेस ने जो विभाजन का बीज बोया है उसका खामियाजा आज भुगतना पड़ रहा है। इसके समाधान में समय लगेगा। वह सोमवार को केदार घाट स्थित करपात्र मठ में हुए एक सेमिनार में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। कहा कि बहुत दिनों के बाद देश में नई सरकार आयी है। देश में परिवर्तन के लिए समय चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत साधु- संतों का देश है। अंग्रेज विद्वान मैक्स मूलर ने लिखा है कि विश्व में सनातन धर्म का ही अस्तित्व रहेगा। राज्य सभा की पूर्व सदस्य सांसद जयश्री गोस्वामी महंत ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण जैसे धर्म संस्थापना के लिए अवतरित हुए उसी तरह स्वामी करपात्री जी का आविर्भाव हुआ। सेमिनार के संयोजक अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा कि स्वामी करपात्री जी ने भारत की अखण्डता के लिए लार्ड माउन्टबेटन के समक्ष प्रदर्शन किया और लाहौर जेल में बंद हुए। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए स्वामी सर्वेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि धर्म रक्षा के लिए स्वामी करपात्री जी ने अथक प्रयास किया। इस अवसर पर असम गण परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य ध्रुव ज्योति शर्मा भी उपस्थित थे। संचालन रोहित सिंह व धन्यवाद ज्ञापन गौरव सिंह ने किया।