- सिगरा के छित्तूपुर के रहने वाले अधेड़ की मौत से गुस्साये परिजनों ने शव रखकर किया प्रदर्शन, प्रशासन पर लगाया आरोप, डेंगू की रोकथाम पर नहीं दिया ध्यान

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सिगरा थाना क्षेत्र के छित्तूपुर के रहने वाले अशोक मौर्या (42 वर्ष) की बुधवार की सुबह इलाज के दौरान हुई मौत के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव साजन तिराहे पर रखकर चक्काजाम कर प्रदर्शन किया। जिसके कारण सिगरा, फातमान, चंदुआ सट्टी सहित गलियां तक जाम की चपेट में आ गई और पब्लिक झेल गई। लोगों का आरोप था कि अशोक को डेंगू हुआ था और क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप है लेकिन प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है। हालांकि सीएमओ ऑफिस से जारी प्रेस नोट में मौत का कारण फेफड़े में हुए इंफेक्शन को बताया जा रहा है न कि डेंगू को।

पुलिस भी परेशान

परिजनों का आरोप है कि अशोक को डेंगू होने के कारण लंका स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां मरीज की मौत के बाद उसका शव लेकर परिजन साजन तिराहे पर पहुंचे और प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जाम कर दिया। पुलिस को सूचना लगते ही फोर्स पहुंची लेकिन लोग कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। करीब 10 बजे से लेकर 12 बजे तक चले चक्काजाम ने ऑफिस गोइंग परसन और स्कूल जाने वाले बच्चों को खासा परेशान कर दिया और घंटों लोग जाम में फंसे रहे। हालांकि बाद में पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की बात कहकर मामले को शांत कराया।

वरुणापार भी मौत पर चक्काजाम

वहीं बुधवार को ही पहडि़या के मार्बल मिस्त्री लक्ष्मण राजभर 25 वर्ष की मार्बल कटिंग के दौरान करंट लगने से मौत हो गई। जिसके बाद लोगों ने पहडि़या पर चक्काजाम कर दिया। लक्ष्मण श्रीनगर कॉलोनी स्थित कृष्णा मौर्य व सुनील मौर्य के मकान में मार्बल लगाने का काम कर रहा था। इस दौरान मशीन में करेंट उतर आया और उसकी चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। अस्पताल पहुंचे परिजन ने लक्ष्मण का शव पहडि़या लाकर चक्का जाम कर दिया और मुआवजे की मांग करने लगे। लक्ष्मण के परिजनों ने आरोप लगाया कि उसकी मौत संदिग्ध है और उसके शरीर पर चोट के निशान भी हैं। एसीएम चतुर्थ राम शिरोमणि ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया जिसके बाद जाम खत्म हुआ।