-पद्मश्री मालिनी अवस्थी बोलीं, काशी की सांस्कृतिक परम्परा का संरक्षण कर रही पत्रिका

VARANASI

साहित्यिक संघ की ओर से रविवार को पराड़कर स्मृति भवन में मासिक पत्रिका 'सोच विचार के नौवें अंक का विमोचन समारोह आयोजित कर किया गया। चीफ गेस्ट पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने पत्रिका का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि काशी की धरती से सत्य, शिव और सुंदर की एकता का जो संदेश गूंजा। उसके कारण यहां के साहित्य, संगीत और जीवन दर्शन ने सामाजिक समरसता, सद्भावना व सौहार्द के प्रचार-प्रसार में बड़ा योगदान किया है। सोच विचार पत्रिका पिछले नौ साल से काशी की साहित्यिक व सांस्कृतिक परम्परा के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह कर रही है। अध्यक्षता करते हुए जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के वीसी प्रो। हरिकेश सिंह ने कहा कि सोच विचार जैसी पत्रिकाएं बिना किसी साधन, सुविधा के सामाजिक सौहार्द व मानवीय मूल्यों के प्रसार का जो अभियान चला रही हैं उसका मूल्यांकन इतिहास जरूर करेगा। मुख्य वक्ता सम्पूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। राजाराम शुक्ल ने कहा कि साहित्य के माध्यम से समाज को जोड़ने की संस्था की गौरवशाली परम्परा रही है। इस मौके पर डॉ। रितु गर्ग, डॉ। जितेंद्र नाथ मिश्र, डॉ। विजयेन्द्रनाथ मिश्र, नरेन्द्रनाथ मिश्र, वासुदेव उबेराय, डॉ। रामसुधार सिंह, योगेश अग्रवाल, जगदीश झुनझुनवाला, केदारनाथ राय, श्रीप्रकाश त्रिपाठी, श्रीकांत मिश्र आदि थे।