B.Lib व M.Ed में अटका एडमिशन

-संस्कृत यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन नहीं उपलब्ध करा सका सीटों की डिटेल

-बीता आठ महीना, खत्म हुई एडमिशन की संभावना

VARANASI

संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के एमएड में एडमिशन लेना अब मुश्किल हो गया है। वहीं एमएड के फेर मे बीलिब में भी एडमिशन अटक गया है। ऐसे में बीलिब व एमएड दोनों का ही सेशन जीरो हो गया है। बीलिब व एमएड में एक साथ एडमिशन के लिए एडमिशन सेल का गठन जुलाई 2016 में किया गया था। लेकिन सेल पिछले आठ महीने से पत्राचार में ही उलझी हुई है। हालत यह है कि प्रवेश सेल को बीलिब व एमएड में अब तक सीटों की संख्या ही नहीं मिल सकी है।

B.Lib में छात्र संख्या जीरो

दूसरी ओर एमएड में एनसीटीई का मानक पूरा न होने की बात भी उठती रही। कुल मिलाकर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की उदासीनता के चलते बीलिब व एमएड में दाखिले के लिए आवेदन पत्र का वितरण अब तक शुरू नहीं हो सका। यदि समय रहते मानक को पूरा नहीं किया गया तो अगले सत्र के भी शून्य होने की संभावना है।

करेंट सेशन में एडमिशन न होने के कारण बीलिब में स्टूडेंट्स की संख्या जीरो है। उधर यूनिवर्सिटी प्रशासन को मानक पूरा करने से संबंधित एफिडेविट क्भ् अक्टूबर तक एनसीटीई को भेजना था। लेकिन उसे अब तक भेजा नहीं जा सका है।

एजुकेशन डिपार्टमेंट में एनसीटीई के मानकों के अनुरूप टीचर्स की संख्या काफी कम है। मानक पूरा करने के लिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन को कई बार लेटर लिखा गया लेकिन टीचर्स की नियुक्ति अब तक नहीं हो सकी है।

प्रो। प्रेम नारायण सिंह,

हेड

बीलिब व एमएड में सीटों की संख्या व आरक्षण की स्थिति के बारे में विश्वविद्यालय प्रशासन से कई बार सूचना मांगी गई। लेकिन वह सीटों की संख्या उपलब्ध नहीं करा सका। इसके चलते आवेदन पत्र वितरण नहीं किया जा सका।

प्रो। विनीता सिंह, संयोजक

एडमिशन सेल