-बीएचयू सिंहद्वार बंद होने से परेशान रही पब्लिक, आसपास के रोड पर दिन भर लगा रहा जाम

थर्ड ईयर की तरह फ‌र्स्ट व सेकेंड ईयर की क्लास संचालित करने की मांग कर रहे छात्र तीसरे दिन भी बीएचयू मेन गेट पर धरने पर बैठे रहे। तीन बाद भी बीएचयू प्रशासन उनकी मांग पूरा करने में अक्षम दिखा। ठोस आश्वासन न मिलने पर स्टूडेंट्स अड़े रहे तो मेन गेट भी नहीं खुला। सिंहद्वार पर तीसरे दिन जारी धरने से बीएचयू में आवागमन डिस्टर्ब रहा। इसके चलते लंका चौराहा से लेकर सुंदरपुर, नरिया गेट से हैदराबाद गेट और ट्रामा सेंटर से सामने घाट और रविदास घाट तक पूरे दिन जाम लगा रहा। इससे हॉस्पिटल में आने वाले पेशेंट्स और कर्मचारियों को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि गंभीर रूप से बीमार पेशेंट्स, एंबुलेंस और पैदल राहगीरों के लिए बगल का एक रास्ता खोला जा रहा था। मगर, एक ओर का रास्ता बंद होने से लोगों को बीएचयू में एंट्री करने के लिए चक्कर काटना पड़ा।

दो बार पहुंचे चीफ प्रॉक्टर

स्टूडेंट्स से धरना समाप्त कराने के लिए सुबह और दोपहर में चीफ प्राक्टर प्रो। आनंद चौधरी मुख्य द्वार पहुंचे, उन्होंने छात्रों से धरना खत्म करने को कहा, लेकिन छात्रों ने उनकी एक न सुनी। इस दौरान छात्रों ने जोर-जोर से बीएचयू प्रशासन के खिलाफ नारे लगाना भी शुरू कर दिया। छात्रों की मांग थी कि वीसी स्वयं आकर यूनिवर्सिटी में क्लासेस खोले जाने की बात बताएं। बता दें कि बीएचयू में अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए छात्रावास और कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, जबकि फ‌र्स्ट व सेकेंड ईयर के छात्रों के लिए क्लासेस अभी संचालित नहीं हो रही हैं। इनको फेज वाइज खोलने का प्रस्ताव है। लेकिन छात्रों की मांग है कि बीएचयू पूरी तरह खोल दिया जाए। जिसके लिए पिछले तीन दिन से छात्र धरने पर बैठे हैं।