-पुराना जीटी रोड इलाके में चल रहे अवैध बस स्टैंड के पास सटी 10 फीट की बाउंड्री वॉल लांघकर ली एंट्री

- एयरफोर्स अधिकारियों का दावा गलत जगह जानकार वापस कूदकर भागे सभी, जांच में जुटी सुरक्षा एजेंसियां

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उरी और पठानकोट में सेना और एयरफोर्स के बेस कैंप पर हुए आतंक हमले के बाद जारी अलर्ट के बीच रविवार की दोपहर बनारस कैंटोन्मेंट स्थित एयरफोर्स कैंपस में चार संदिग्ध दस फीट की बाउंड्रीवाल लांघकर अंदर घुस गए। जिसके बाद कैंपस में चार बाहरियों को देखते ही हड़कंप मच गया। जिसके बाद एयरफोर्स के जवानों ने इन चारों को पकड़ने की कोशिश की तो चारों वापस बाउंड्री लांघकर वापस रोड पर पहुंचे और भाग निकले। एयरफोर्स के अधिकारियों ने इस बाबत इन चारों संदिग्धों की जानकारी सिविल पुलिस को भी दे दी है। जिसके बाद यूपी एटीएस, क्राइम ब्रांच और पुलिस इसकी जांच में जुटी है।

कैसे पहुंच गए अंदर

सोर्सेज के मुताबिक रविवार की दोपहर करीब एक बजे के आस पास नदेसर स्थित खरबूजा शहीद मजार के पास से सटे एयरफोर्स ट्रेनिंग सेंटर की बाउंड्री वाल लांघकर चार की संख्या में लोग अंदर कैंपस में दाखिल हो गए। जिसके बाद कैंपस में मौजूद जवानों ने जैसे ही इनको देखा वैसे ही रुकने को कहा लेकिन अपने को घिरा देखते ही चारों संदिग्ध वापस बाउंड्रीवाल पर चढ़े और कूदकर सड़क पर पहुंचने के बाद भाग निकले। हालांकि इस बारे में आई नेक्स्ट से बातचीत में एयरफोर्स के एयर कमोडोर धार सिंह ने बताया कि पीछे के एरिया में अवैध रूप से बस स्टैंड संचालित होता है। इसकी जानकारी पर जब हम लोग वहां पहुंचे तो पता चला कि अंदर कैंपस में पहुंचने वाले चारों संदिग्ध मजदूर थे और ठेकेदार के आने और पकड़कर ले जाने की बात सुनकर डर से अंदर दाखिल हो गए और अंदर पहुंचने पर गलत जगह पहुंचने की जानकारी होने पर वापस कूदकर भाग निकले। फिर भी चारों के बारे में जानकारी जुटाने में हमारा खुफिया विभाग तो लगा ही है साथ में सिविल पुलिस को भी सूचना दे दी गई है। वहीं इंस्पेक्टर कैंट आशुतोष ओझा का कहना है कि उनको चार लोगों के अंदर पहुंचने की सूचना एयरफोर्स ने दी थी। जिसके बाद कैंपस में सर्च ऑपरेशन से लेकर बाकि सारी प्रक्रिया की गई हैं। कोई मिला नहीं है लेकिन जो भी लोग घुसे थे उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। एक युवक को बस स्टैंड से कुछ दूर पकड़ा है। उससे पूछताछ की जा रही है।

इतने हल्के में कैसे ले सकते हैं इसे

- मामले को एयरफोर्स और पुलिस काफी लाइटली ले रही है

- जबकि पहले भी पठानकोट और उरी जैसे हमले हो चुके हैं

- इसके बाद देश भर में एयरफोर्स और सेना के कैंपों के लिए अलर्ट जारी है

- एयरफोर्स ऑफिसर मामले में किसी जनरल के होने की ही बात कर रहे हैं

- लेकिन खुद दीवारों पर लिखवा रखा है घुसपैठियों को देखते ही गोली मार दी जायेगी

अगर आते पूरी तैयारी से तो?

- एयरफोर्स संदिग्धों को जनरल लोग बता रही है

- लेकिन अगर कोई दस फीट की दीवार कुछ ही देर में दो बार लांघ सकता है तो ये नॉर्मल कैसे होगा?

- अगर संदिग्ध हथियारों संग होते तो क्या होता?

- अलर्ट के बाद भी कैसे मुस्तैदी थी जो संदिग्ध आये और भाग भी गए

आज हैं पीएम और

पीएम मोदी को लेकर जारी सुरक्षा एजेंसियों के अलर्ट के बीच उनके बनारस दौरे से एक दिन पहले चार संदिग्धों की बनारस में मौजूदगी ने पीएम की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। कौन थे चार संदिग्ध और चारों अब भी पकड़ से बाहर हैं। आखिर क्या मकसद हैं इनका और चारों कहीं पीएम पर ही तो अटैक करने नहीं आये हैं। ये कुछ ऐसे सवाल हैं तो इस घटना के बाद उठ रहे हैं। हालांकि मामले में एटीएस लग गई है और जांच जारी है।

संदिग्ध नहीं वो लोग जनरल लोग थे। जांच की तो पता चला कि कुछ मजदूर थे और उनके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस को भी जांच के लिए कहा जा चुका है।

धार सिंह, एयर कमोडोर

एयरफोर्स ने संदिग्धों के बारे में सूचना दी थी। जांच के दौरान पास से एक युवक को पकड़ा गया है। उससे पूछताछ हो रही है।

नितिन तिवारी, एसएसपी