-22 से 24 नवंबर के बीच संत रविदास घाट पर होगा गंगा महोत्सव

-समापन समारोह में मौजूद रहेंगे राज्यपाल राम नाईक

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सांस्कृतिक विशिष्टता और विविधता के कारण बनारस को लघु भारत कहा जाता है। तभी बनारस को देश की सांस्कृतिक राजधानी होने का गौरव भी है। ऐसी ही भारतीय संस्कृति को दर्शाता गंगा महोत्सव का शुभारंभ 22 नवंबर को संत रविदास घाट पर होगा। महोत्सव में भारतीय संस्कृति की हर विधा का दर्शक लुत्फ उठा सकेंगे। महोत्सव को लेकर कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने गुरुवार को एक बैठक की। उन्होंने बताया कि महोत्सव में विदेशी पर्यटकों के सामने भारत की संस्कृति की एक झांकी भी प्रस्तुत की जाएगी, जो मुख्य आकर्षण होने के साथ आयोजन का प्रमुख उद्देश्य है।

एक मंच पर दिखेगी भारतीय संस्कृति

तीन दिन चलने वाला गंगा महोत्सव भारतीय तिथि के अनुसार प्रबोधिनी एकादशी/देवोत्थान एकादशी से शुरू होकर कार्तिक पूर्णिमा/देव-दीपावली के दिन समाप्त होगा। 23 और 24 नवंबर को 35 स्कूल के 735 स्टूडेंट्स की ओर से नगर निगम प्रेक्षागृह में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया जाएगा। कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने कहा कि गंगा महोत्सव में अधिक भीड़ जुटने से वहां सुरक्षा के पूरे इंतजाम रहेंगे। गंगा महोत्सव में हर एक कार्यक्रम का लुत्फ दर्शक अच्छे से उठा सकें, इसलिए बड़े साइज के एलसीडी लगाए जाएंगे। महोत्सव के समापन अवसर पर राज्यपाल राम नाईक मौजूद रहेंगे।

कुछ यूं उठा सकते हैं कार्यक्रम का लुत्फ

22 नवंबर

- पं। दुर्गा प्रसाद प्रसन्ना (शहनाई वादन)

-हंसराज हंस (सूफी, शास्त्रीय गायन)

-पं। तरुण भट्टाचार्य एवं साथी (संतूर, मैनडोलियन)

-स्नेहाशीष मजूमदार (जुगलबंदी)

-गीतांजलि एवं समूह (कत्थक नृत्य)

23 नवंबर

-कविता सेठ (सूफी, शास्त्रीय गायन)

-राकेश चौरसिया (बांसुरी वादन)

-कविता द्विवेदी (ओडिसी नृत्य)

-अदिति भागवत एवं समूह (लावनी नृत्य)

-सुशीला मेहता (भरतनाट्यम)

24 नवंबर

-बेगम परवीन सुल्ताना (शास्त्रीय गायन)

-नीलाद्री कुमार (सितार वादन)

-डॉ। राजा व राधा रेड्डी (कुचीपुड़ी नृत्य)

-मालिनी अवस्थी (लोक गायन)

इन ट्रेडिशनल गेम्स में दिखेगी दमदारी

-गंगापार रेत में पतंगबाजी

-अस्सी घाट से दशाश्वमेध घाट तक नौका दौड़

-संत रविदास घाट से दशाश्वमेध घाट तक गंगा मैराथन

-डॉ। संपूर्णानंद स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में कबड्डी और कुश्ती

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बाक्स-

फॉरेनर टूरिस्ट की फ्री होगी एंट्री

-23 नवंबर से शुरू होगा दस दिवसीय गांधी शिल्प मेला

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चौकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल परिसर के अर्बन हाट में 23 नवंबर से गांधी शिल्प मेला का आयोजन किया जा रहा है। 10 दिन तक चलने वाले इस मेले में 23 प्रदेश से अधिक जगह के शिल्पकार भाग लेंगे। जिनकी शिल्प कला का लुत्फ उठाने के लिए दस रुपए का एंट्री टिकट लेना होगा। हालांकि फॉरेनर टूरिस्ट और दस साल से कम उम्र के बच्चों के लिए एंट्री फ्री है। गांधी शिल्प मेला का उद्घाटन 23 नवंबर को प्रदेश के लोक निर्माण एवं सिंचाई विभाग के राज्य मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल करेंगे।

कला के साथ व्यंजन का भी उठा सकेंगे मजा

गंगा महोत्सव के तहत 23 नवंबर से दो दिसंबर के बीच गांधी शिल्प मेला का आयोजन किया जा रहा है। कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने बताया कि मेले का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा देना है। गांधी शिल्प बाजार को विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), भारत सरकार की ओर से आयोजित किया गया है। पिछले साल 22 प्रदेशों के उत्कृष्ट शिल्पकार भाग लिए थे, जबकि इस साल 23 प्रदेश से आ रहे है। गांधी शिल्प बाजार में स्वादिष्ट व्यंजन जैसे-साउथ इण्डियन, चाइनीज फूड, बाटी चोखा, आइसक्रीम और चाट आदि के स्टॉल लगाए जाएंगे। गांधी शिल्प बाजार दोपहर एक बजे से रात नौ बजे तक खुला रहेगा।