वाराणसी (ब्यूरो)बनारस की बेहिसाब गर्मी से पब्लिक तिलमिला गई हैटेम्प्रेचर का टेरर बसंत के पूरा होते ही दिखना शुरू हो गयादिन चढऩे के साथ सूरज आग उगल रहा हैसैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार बनारस और आसपास का वातावरण साफ हैमौसम के साफ रहने और वातावरण में ड्राई-हॉट एयर प्रेशर बेल्ट के बनने से थर्मामीटर में पारा उफान मार रहा हैइससे जहां टेम्प्रेचर हाल में 42 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा हैवहीं, औसत 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हॉट एयर से सिटीजंस को झुलसा कर रख दिया हैमौसम वैज्ञानिक का मानना है कि करेंट वीक में टेम्प्रेचर का टेरर सभी को सताएगा.

चेंज हो चुके समर सीजन में 31 मार्च के बाद से तापमान ने फुल गर्मी वाला रूख अख्तियार कर लिया हैतबसे लेकर आजतक तापमान थोड़ा बहुत उतार-चढ़ाव के साथ वातावरण में हीट वेव और तपन का असर बना हुआ हैरविवार को मैक्सिमम टेम्प्रेचर 40 डिग्री सेल्सियस से पार चला गया थासाथ ही पछुआ हवा के चलने से एटमॉस्फियर में सुबह 10 बजे के बाद से ही तपन के चलते बच्चे, यूथ और बुजुर्ग परेशान रहे.

हॉट-ड्राई एयर प्लेट ने बढ़ाई परेशानी

मौसम वैज्ञानिक के अनुसार अंडमान निकोबार एंड द्वीप समूह के समीप गर्म व नम हवाओं के प्रभाव हैबंगाल की खाड़ी से गर्म व नम हवाएं मैदानी इलाकों का रूख कर रही हैैंराजस्थान से पछुआ हवा की गर्म और शुष्क हवा की खेप लगातार आ रही हैइससे हॉट-ड्राई एयर प्लेट से वातावरण में पृथ्वी की सतह से तीन किमी की ऊंचाई तक गर्म हवा बह रही हैमैदानी इलाके यथा यूपी और बिहार समेत कई स्टेट में सुबह से लेकर शाम तक तपन का माहौल बना हुआ हैआगामी दिनों में गर्म-शुष्क हवा से तीखी धूप व हीट वेव से पब्लिक को जहमत उठानी पड़ेगी.

हीट वेव सीतमहो जाएं अलर्ट

टेम्प्रेचर के टेरर को लेकर मार्च महीना ने पब्लिक ने खूब सतायाइधर, मार्च महीने के बाद अप्रैल में रोजाना टेम्प्रेचर दिन--दिन नए रिकार्ड बनाता जा रहा हैजबकि मई, जून और जुलाई अभी काफी बाकी हैमौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह तापमान अप्रैल में ही 44 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाएगाभारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, गंगा के मैदानी इलाकों में गर्मी इस बार ज्यादा ही पड़ सकती है.

मौसम अपडेट

तिथि मिनमैक्स.

04 अप्रैल 22 41

03 अप्रैल 22 40

02 अप्रैल 23.5 39.8

01अप्रैल 23 39

नोट- टेम्प्रेचर डिग्री सेल्सियस में

शुष्क और गर्म हवा का बनारस के वातावरण में एयर बेल्ट बन गया हैफिलहाल, गर्म व नम हवा के असर को डायल्यूट करने को अभी तक कोई सिस्टम नहीं बना हैये नेचुरल है, पूरे अप्रैल में हीट वेव और तपन का पब्लिक को सामना करना पड़ेगाआगामी पांच-छह दिनों तक गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है

-प्रोएसएन पांडेय, मौसम वैज्ञानिक