--TET पास कैंडीडेट्स को फिर से मांगे गए डॉक्यूमेंट को जमा करने में छूट रहे हैं पसीने
-दो से तीन घंटे में जमा हो पा रहा है डॉक्यूमेंट
--EMS प्रधान डाक घर में पुलिस की मौजूदगी में जमा कराया जा रहा है डॉक्यूमेंट
VARANASI: टीईटी पास बीएड व बीटीसी कैंडीडेट्स की इन दिनों शामत सी आ गई है। दो साल पहले बेसिक स्कूल्स में टीचर्स बनने के लिए फीलअप किए गए फॉर्म में गड़बडि़यां बताकर कैंडीडेट्स से फिर से डॉक्यूमेंट की डिमांड की गई है। इसे भेजने में कैंडीडेट्स की दुर्गति हो रही है। डॉक्यूमेंट भेजने की लास्ट डेट पंद्रह जुलाई तक ही है। लेकिन कैंडीडेट्स की डिमांड है कि बीस जुलाई तक डेट बढ़ जाती तो डॉक्यूमेंट भेजने में आसानी होती। नदेसर स्थित प्रधान डाकघर में कैंडीडेट्स की इतनी अधिक गैदरिंग हो रही है कि सिक्योरिटी के लिए पुलिस लगाई गई है।
लाइन में लगी लेडी हुई बेहोश
नदेसर स्थित प्रधान डाकघर में शुक्रवार को दोबारा मांगे गए डॉक्यूमेंट को जमा करने के लिए लाइन में लगी एक लेडी कैंडीडेट बेहोश होकर गिर पड़ी। वह दो घंटे से इस डॉक्यूमेंट को जमा करने के लिए लाइन में लगी हुई थी। उसके साथ की कुछ लेडी कैंडीडेट्स ने उसे बाहर निकाला तब जाकर कुछ रिलैक्स फील की। लाइन में लगे लोगों का सिर्फ यहीं कहना था कि भाई साहब बीस जुलाई तक डेट बढ़ जाती तो इतनी भीड़ नहीं होती।
मम्मी पापा भी लगा रहे लाइन
डॉक्यूमेंट को जमा करने के लिए शुक्रवार को प्रधान डाकघर ईएमएस व कैंट स्टेशन के आरएमएस में कैंडीडेट्स के साथ उनके पेरेंट्स भी डटे रहे। डॉक्यूमेंट जमा करने में कैंडीडेट्स को तीन से चार घंटे लग जा रहे हैं। काफी संख्या में ऐसे भी कैंडीडेट्स हैं जो कई डिस्ट्रिक्ट के फॉर्म भरे हुए थे इसलिए उन्हें कई डॉक्यूमेंट्स जमा करना पड़ रहा है। ऐसे में एक-एक काउंटर पर डॉक्यूमेंट जमा करने में काफी टाइम लग रहा है।
डाकघर खुलने से पहले ही लाइन
आलम यह है कि क्भ् जुलाई तक डॉक्यूमेंट जमा करने की इतनी टेंशन है कि कैंडीडेट्स व उनके पेरेंट्स डाकघर ओपेन होने से पहले ही बाहर लाइन लगा ले रहे हैं। डेली लगभग हजारों कैंडीडेट्स अपना डॉक्यूमेंट जमा कर रहे हैं। कैंट रेलवे स्टेशन स्थित आरएमएस पर तो लेट नाइट तक कैंडीडेट्स की गैदरिंग देखी जा सकती है।
बातचीत--
डॉक्यूमेंट जमा करने की लास्ट डेट बीस जुलाई करनी चाहिए। जबकि कैंडीडेट्स की गैदरिंग को देखते हुए सिटी में कई प्लेसेज पर ये डॉक्यूमेंट जमा कराना चाहिए।
अवनीश मिश्रा, कैंडीडेट
सुबह से शाम हो जा रही है लेकिन डॉक्यूमेंट जमा नहीं हो पा रहा है। डाकघर में काउंटर की संख्या बढ़ानी चाहिए।
संजय कुमार, पेरेंट्स
गवर्नमेंट ने डबल दर्द दे दिया है। लाइन में लगी बेटी की हालत खराब हो गई। डॉक्यूमेंट जमा करने में पसीना छूट जा रहा है।
दुर्गावती देवी
पेरेंट्स
डॉक्यूमेंट सम्मिट नहीं हो पा रहा है। फ्क् डिस्ट्रिक में सिर्फ क्8 हो पाया है। लास्ट डेट बीस जुलाई तक बढ़नी चाहिए।
ममता
कैंडीडेट्स