- रफ्तार पर नहीं लगी ब्रेक, तो शनिवार को चेतावनी बिंदु पार कर जाएगी गंगा

- हुकुलगंज, नक्खीघाट, शैलपुत्री के कई घरों में भरा पानी

- कंट्रोल रूम नंबर-0542-2502562

मां गंगा अपने रौद्र रूप में आने लगी है। शुक्रवार सुबह गंगा प्रति घंटे 6 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही थी, जिससे वरुणा नदी भी उफान मारने लगी और वहां बाढ़ जैसे हालात बन गए। इससे हुकुलगंज, नक्खीघाट, शैलपुत्री के कई घरों में अचानक पानी घुस गया। घर में पानी आने से अधिकतर परिजनों ने पहली मंजिल पर शरण ले ली तो कुछ लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है। हालांकि प्रशासन ने बाढ़ से परेशान लोगों को राहत कैम्प पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। रात आठ बजे गंगा की रफ्तार प्रति घंटे पांच सेंटीमीटर हो गई। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शाम 8 बजे गंगा का जलस्तर 69.90 मीटर दर्ज किया गया। अगर यही रफ्तार रही तो शनिवार को गंगा चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर को पार कर जाएगी।

84 घाटों का आपसी संपर्क टूटा

जलस्तर बढ़ने से राजघाट से लेकर रविदास घाट तक कई मठ-मंदिर हैं, जो हर दिन गंगा में समाते जा रहे हैं। यही नहीं, सभी घाटों का आपसी संपर्क भी टूट गया है। गलियां ही आवागमन का सहारा बनी हुई हैं। गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण जल पुलिस और एनडीआरएफ की 11वीं वाहिनी के जवानों को अतिरिक्त सतर्कता के साथ ड्यूटी करने के लिए कहा गया है। वहीं बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों को सतर्क होकर रहने के लिए प्रशासन की ओर से आगाह किया गया है।

बढ़ते जलस्तर ने बढ़ाई चिंता

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गुरुवार को गंगा का जलस्तर प्रति घंटे 6 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ा है। जलस्तर यदि इसी वेग से बढ़ता रहा तो वाराणसी में सामने घाट क्षेत्र की कॉलोनियों, वरुणा किनारे के मुहल्लों और ढाब क्षेत्र के गांवों में रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ जाएंगी।