- सिगरा स्थित एक बड़े होटल के कमरे में रुके कपल के बैग से गायब हुए दस लाख के गहने, कपल कमरा बंद कर गया था मार्केट

- जांच के दौरान सीसी कैमरे मिले खराब, पुलिस ने होटल प्रबंधन के खिलाफ दर्ज किया मामला

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देश विदेश से आ रहे मेहमानों के लिए आराम और सुरक्षा का दावा करने वाले होटलों की सच्चाई बुधवार को तब सामने आ गई जब सिगरा स्थित एक बड़े होटल से एक गेस्ट के दस लाख रुपये के गहने उनके कमरे में रखे सूटकेस से चोरी हो गए। घटना की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया। जांच शुरू हुई तो पुलिस ने बड़ा होटल देखकर सीसी कैमरे का फुटेज जब निकालने को कहा तो पुलिस को होटल की सुरक्षा व्यवस्था का पता चला। पुलिस को जवाब मिला सीसी कैमरा पांच दिनों से खराब है। जिसके बाद पुलिस ने होटल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसके दो कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया है।

जौनपुर के मूल निवासी दीप गुप्ता अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। वह अपनी पत्नी प्रीति गुप्ता व बुआ मनीषा हलवाई सहित अन्य परिजनों के साथ होटल के कमरा नंबर 212 व 214 में ठहरे थे। उन्हें शादी समारोह में शामिल होना था। मंगलवार की रात परिवार के लोग मार्केटिंग करने गए थे। होटल के कमरे की चाबी उनके पास थी। बाजार से देर रात लौटने पर सभी सो गए। सुबह उठने पर मनीषा ने जब अपनी अटैची खोली तो उसमें रखे सोने के हार सहित तमाम गहने गायब थे। ये देखते ही उसके होश उड़ गए। महिला ने इसकी सूचना परिजनों व होटल प्रबंधन को दी। काफी खोजबीन के बाद भी जेवरों का पता नहीं चल पाया।

पहुंची पुलिस लेकिन

सूचना पाकर सिगरा एसओ मौके पर पहुंचे। होटल प्रबंधन ने बताया कि पांच दिन से उनका सीसीटीवी कैमरे खराब चल रहे हैं। महिला का कहना था कि सफाई के बहाने मास्टर चाबी से होटल कर्मियों ने ही जेवर गायब किए हैं। पुलिस ने मास्टर चाबी कब्जे में लेने के साथ पांच होटलकर्मियों को हिरासत में लिया लेकिन बाद में तीन को छोड़ दिया। हालांकि दो से पूछताछ की जा रही है।

नियम तो हैं बस नाम के

- कहने को होटलों से लेकर गेस्ट हाउस और लॉज के लिए कई नियम हैं

- लेकिन इन नियमों का पालन कोई नहीं करता है

- नियम की मानें तो हर होटल और गेस्ट हाउस में सीसी कैमरे के अलावा सुरक्षा के अन्य इंतजाम होने चाहिए

- इनमे लॉबी से लेकर कॉरीडोर तक में कैमरे जरूरी हैं

- कुछ बड़े होटलों में तो कैमरे हैं लेकिन बाकी होटल नियम को ताक पर रखकर काम कर रहे हैं

- नियम ये भी है कि डेली की रिपोर्ट एलआईयू को दी जाये यानि हर आने जाने वाले गेस्ट का डिटेल

- लेकिन ये भी नियम कुछ होटल ही फॉलो करते हैं

कोई नहीं करता कार्रवाई

- होटलों से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर सीसी कैमरे अब जरूरी हो गए हैं

- लोग सुरक्षा की दृष्टि से अपने घरों के बाहर और कॉलोनी में भी कैमरे लगवा रहे हैं

- लेकिन होटल और बैंक वाले इन कैमरों की उपयोगिता को नजरअंदाज कर इस पर ध्यान नहीं देते

- इसका नतीजा है कि सीसी कैमरों के खराब होने पर भी इसकी जानकारी इनको नहीं लगती है

- हां पता तब चलता है जब कोई वारदात होने के बाद फुटेज की जरूरत होती है

- अगर देखा जाये तो होटलों से लेकर बैंकों और अन्य स्थानों पर लगे सीसी कैमरों की समय समय पर जांच की जिम्मेदारी संबधित थाने की है

- लेकिन थाने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़कर बैठे रहते हैं

- जिसके कारण वारदात होने के बाद पुलिस को भी क्लू के लिए भटकना पड़ता है