-रोडवेज बसेज में लगाये गये व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम की ठप हुई monitoring, ड्राइवर-कंडक्टर करने लगे मनमानी

-रोडवेज की सभी बसेज में लगा है VTS, रोडवेज बस स्टेशन से ही रखी जाती थी नजर

VARANASI

पैसेंजर्स की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रोडवेज बसेज में वीटीएस व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम लगाया गया है जिसकी मॉनिटरिंग ऑनलाइन होती है। डिपो से बस कब निकली, कहां रूकी, कितनी बार बस ओवरस्पीड हुई आदि की जानकारी ऑफिस में बैठे-बैठे आरएम, एआरएम ऑनलाइन लेते हैं। रोडवेज की साढ़े चार सौ बसों में लगाये गये वीटीएस की निगरानी के लिए रोडवेज बस स्टेशन के ऊपरी तल पर कंट्रोल रूम बनाया गया, जहां तैनात ऑपरेटर पल-पल की इंफॉरमेशन जुटाते हैं। हालांकि इधर कुछ महीनों से टेक्निकल प्रॉब्लम के चलते बसेज टै्रक नहीं हो पा रही है लिहाजा ड्राइवर्स-कंडक्टर्स की मनमानी शुरू हो गई है। जहां तहां बसों को रोक देना, तय स्पीड को पार करना सहित अन्य कई मसले फास्ट हो गये हैं।

बस ढो रही अवैध सामान

रोडवेज की बसेज में ड्राइवर्स-कंडक्टर्स रोक के बावजूद अवैध तरीके से लगेज लोड कर रहे हैं। चंद रुपये के लिए कुछ भी सामान वह बस में चढ़ा ले रहे हैं। बनारस से लगेज लोड करने का खेल तो पुराना है लेकिन वीटीएस लगने के बाद इसमें कुछ कमी आ गई थी, लेकिन अब यह काम फिर से रफ्तार पकड़ रहा है। यह काम बनारस से आजमगढ़, गोरखपुर, जौनपुर, गाजीपुर रूट पर कुछ ज्यादा ही हो रहा है।

ऐसे करता है काम

लखनऊ की प्राइवेट संस्था बसेज में वीटीएस की मॉनिटरिंग करती है। इसके लिए बकायदा कंट्रोल रुम बनाया गया है। इसमें ख्ब् घंटे के लिए दो ऑपरेटर तैनात किये गये हैं। बड़ी सी एलईडी स्क्रीन से बसेज का लोकेशन लिया जाता है, यदि बस खड़ी है तो रेड सिग्नल शो करता है, बस पार्किंग में है तो येलो और चल रही है तो ग्रीन सिग्नल शो करता रहता है।

प्राइवेट कंपनी ही इसकी देखरेख करती है। यह जानकारी में नहीं था कि वीटीएस काम नहीं कर रहा है। वैसे फिर भी जल्द से जल्द शुरू कराया जाएगा।

पीके तिवारी

आरएम, रोडवेज कैंट