-होली मना कर लौटने वालों से कैंट व मंडुआडीह रेलवे स्टेशन पर बढ़ी भीड़

-मेट्रो सिटीज की ओर जाने वाली ट्रेंस में हर सीट पर हुई मारामारी

VARANASI

रंगों का त्योहार होली मनाने अपने-अपने घर आए लोगों के लौटने का क्रम शुक्रवार को स्टार्ट हो गया। भीड़ ऐसी की कैंट रेलवे स्टेशन व मंडुआडीह पर मेले जैसा माहौल। यहां से चलने वाली ट्रेंस के जनरल कोच भी ठसाठस होकर रवाना हुए। शिवगंगा सुपरफास्ट, काशी विश्वनाथ, बेगमपुरा, महानगरी, वाराणसी-दादर सुपरफास्ट सहित अन्य ट्रेंस हाउसफुल होकर रवाना हुई। इनमें तिल रखने की जगह नहीं रही। लगभग हर ट्रेन के कोच में क्षमता से अधिक लोग सवार रहे।

एक्स्ट्रा कोच भी नाकाफी

रेलवे ने पैसेंजर्स की भीड़ को देखते हुए मंडुआडीह-नई दिल्ली सुपर फास्ट एक्सप्रेस, छपरा-दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस व गोरखपुर से कुर्ला काशी एक्सप्रेस में एक-एक स्लीपर कोच एक्स्ट्रा कोच लगाए गए हैं। इसके बाद भी ट्रेंस के प्लेटफॉर्म पर लगते ही एसी से लेकर जनरल तक के हर कोच ठसाठस भर गए। मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, सिकंदराबाद, सूरत, जयपुर की ओर जाने वाले बहुत सारे पैसेंजर्स कैंट स्टेशन पर जमे रहे। लौटने वालों को इतनी समस्या न झेलनी पड़ती अगर यहां से स्पेशल ट्रेंस चलाई गई होती, लेकिन दुर्भाग्य की रेलवे ने बनारस से होली पर एक भी स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई।

गर चल जाती स्पेशल

यह पहला मौका रहा जब रेलवे ने बनारस से होली पर कोई स्पेशल ट्रेन नहीं चली। वाराणसी से नई दिल्ली जाने वाली शिवगंगा सुपरफास्ट, मंडुआडीह नई दिल्ली सुपर फास्ट, स्वतंत्रता सेनानी, काशी विश्वनाथ, फरक्का, श्रमजीवी, लिच्छवी, सद्भावना एक्सप्रेस में से शायद ही कोई ट्रेन रही जिसमें सीट खाली रही हो। लगभग हर कोच में सीट से अधिक पैसेंजर भरे रहे। महिला व विकलांग कोच की भी स्थिति खराब रही। इसी तरह वाराणसी-दादर सुपर फास्ट, महानगरी, गोरखपुर-कुर्ला, कामायनी, पवन, पंजाब मेल, दून एक्सप्रेस, विभूति, हावड़ा एक्सप्रेस, बुंदेलखंड, मरुधर, ताप्ती-गंगा भी छुट्टी से वापस लौटने वालों से भरी रही।

होली पर घर आए लोगों के लौटने से शनिवार और रविवार को भी ट्रेंस में जबरदस्त भीड़ होने की आशंका है। हालांकि आवश्यकता अनुसार एक्स्ट्रा कोच लगाए जा रहे हैं। जिससे लोगों को कुछ राहत होगी।

अनिल कुमार पांडेय, सीनियर स्टेशन मैनेजर, कैंट स्टेशन वाराणसी