वाराणसी (ब्यूरो)। सभी अलर्ट हो गये और बच्चे को जांच के लिए सीधे आईसीयू बेड तक ले गये और परिजनों को बाहर ही रोक दिया। तुरंत बच्चे को ऑक्सीजन लगाया गया और प्रॉपर ट्रीटमेंट शुरू किया गया। यह सब महज चार मिनट में हो गया। इसके बाद बाल चिकित्सक एवं पैरामेडिकल कर्मियों ने अपने कार्यों को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया। वहीं कोरोना के नाम सुनते ही अस्पताल में हड़कंप मच गया। फटाफट लोग मास्क लगाने लगे और दूरी भी बना ली। जैसे ही लोगों को मॉक ड्रिल की जानकारी हुई तो उन्होंने राहत की सांस ली।

कई जगह हुई मॉक ड्रिल
कोविड-19 की संभावित संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों को लेकर शनिवार को मॉक ड्रिल किया गया। यह मॉक ड्रिल पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के अलावा मंडलीय चिकित्सालय कबीरचौरा व छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) पर किया गया। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ। प्रसन्न कुमार के अनुसार मॉक ड्रिल के दौरान एक डमी कोविड संक्रमित बच्चे/व्यक्ति को एंबुलेंस से उसके अभिभावक के जरिए डॉक्टर के पास लाया गया। कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सा कर्मियों द्वारा उस बच्चे की जांच कर आईसीयू बेड तक ले जाया गया। इस दौरान चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों द्वारा इलाज के समस्त मानकों का अनुपालन किया गया। महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा लखनऊ की ओर से नामित संयुक्त निदेशक डॉ। एमपी सिंह ने चिकित्सा अधीक्षक डॉ। आरके सिंह की उपस्थिति में मॉक ड्रिल का निरीक्षण किया।

दवा व अन्य उपकरणों को भी परखा
मॉक ड्रिल में कोविड-19 प्रबंधन की तैयारियों, चिकित्सकों एवं चिकित्सा कर्मियों की तैयारियों, दवाओं एवं उपकरणों की क्रियाशीलता को परखा गया। जनपद की कोविड-19 केयर चिकित्सा इकाइयों में कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों व अन्य किए जाने वाले सुधारात्मक कार्यों को चिन्हित किया गया। इस मॉक ड्रिल से प्रशिक्षित किए गए चिकित्साकर्मी तैयारियों के बारे में गहनता से जान सके। इस मॉक ड्रिल के दौरान अन्य बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा सहयोग किया गया। मौके पर ही कमियों को दूर किया गया।

कोरोना के लिए ये हैं इंतजाम
जनपद के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों क्रमश: चोलापुर, अराजीलाइन, नरपतपुर, गंगापुर पिंडरा हाथी बाजार, मिसिरपुर पर ऑक्सीजन युक्त 30-30 बेड एवं दो-दो आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं। इसी प्रकार दीनदयाल में पीडियाट्रिक के ऑक्सीजन युक्त 64 बेड तैयार किए गए हैं, जिसमें 20 आईसीयू के बेड तैयार हैं। बीएचयू मेडिकल कॉलेज में कोविड के ऑक्सीजन युक्त पीडियाट्रिक व आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं।

इनकी देखरेख में हुआ मॉक ड्रिल
सीएचसी चोलापुर में अपर सीएमओ डॉ। एसएस कनौजिया, सीएचसी अराजीलाइन में अपर सीएमओ डॉ। एके मौर्य, सीएचसी नरपतपुर में डिप्टी सीएमओ डॉ। सुरेश सिंह और सीएचसी गंगापुर में अपर सीएमओ डॉ। एके गुप्ता, सीएचसी मिसिरपुर एवं हाथी बाजार में संबंधित अधीक्षक ने मॉकड्रिल का निरीक्षण किया है। बीएचयू मेडिकल कालेज में एसएमओ डबल्यूएचओ डॉ। जयशीलन की देखरेख में मॉकड्रिल का कार्य सम्पन्न किया गया। अन्य बालरोग विशेषज्ञों ने सहयोग किया। डॉ अतुल सिंह ने बताया कि जनपद में 23 पीएसए आक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं, जो माक ड्रिल के दौरान क्रियाशील रहे।


मॉक ड्रिल के दौरान एक डमी कोविड संक्रमित बच्चे/व्यक्ति को एंबुलेंस से उसके अभिभावक के जरिए डॉक्टर के पास लाया गया। कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सा कर्मियों द्वारा उस बच्चे की जांच कर आईसीयू बेड तक ले जाया गया। इस दौरान चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों द्वारा इलाज के समस्त मानकों का अनुपालन किया गया।
-डॉ। संदीप चौधरी, सीएमओ