-हाईवे पर रफ्तार पर ब्रेक न लगने से आये दिन हो रहे हैं हादसे

-डाफी में एक दिन पहले मासूम की मौत के बाद सोमवार को आशापुर में कार ने बच्ची को रौंदा

- आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने गाजीपुर मार्ग किया जाम

VARANASI

हाईवे पर रफ्तार का कहर मासूमों की जिंदगी ले रहा है। दो दिनों में दो मासूम रफ्तार की भेंट चढ़े हैं। संडे को डाफी में चार साल की बच्ची की हुई मौत के बाद सोमवार को सारनाथ के आशापुर में ढाई साल की बच्ची को कार ने कुचल दिया। हादसे के बाद चालक उसे लेकर पहले एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले गया। वहां लेने से इनकार करने पर दीनदयाल हॉस्पिटल ले गया जहां मौत की पुष्टि होने पर लाश छोड़कर भाग निकला। हादसे के बाद नाराज परिजनों व ग्रामीणों ने वाराणसी-गाजीपुर मार्ग पर चक्काजाम कर दिया। सूचना पाकर पहुंचे एसडीएम ने चालक की जल्द गिरफ्तारी करने का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया।

चालक को करो गिरफ्तार

चितईपुर निवासी सोनी गोंड़ का मायका आशापुर में है। दो माह पूर्व पति की मौत हो जाने पर परिवार के लोग सोनी व उसकी मासूम बेटी अमृता को मायके ले आए थे। अमृता शाम को बच्चों के साथ घर के पास खेल रही थी। उसी दौरान पड़ोसी रवि भारद्वाज कार लेकर शहर की ओर जाने के लिए निकला। ग्रामीणों के मुताबिक रवि कान में इयरफोन लगाकर गाना सुनते हुए कार चला रहा था। इस बीच उसने कार की स्पीड बढ़ा दी। तभी बच्ची पहिए के नीचे आ गई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। इस पर चालक आनन फानन में उसे कार से लेकर प्राइवेट अस्पताल पहुंचा जहां डॉक्टर्स ने बच्ची को एडमिट करने से इनकार कर दिया। इसके बाद दीनदयाल अस्पताल पहुंचा वहां मौत की पुष्टि होने पर चालक बच्ची की लाश को छोड़कर भाग निकला। उसे भागते देख ग्रामीणों ने पीछा किया लेकिन चालक गाड़ी लेकर भाग निकला। इस पर लोगों ने आशापुर में रोड जाम कर दिया और दुर्घटना करने वाले चालक को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। देखते ही देखते वाहनों की कतार लग गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम व इलाकाई पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर जाम समाप्त कराया। हादसे के बाद बच्ची की मां पर गम का पहाड़ टूट पड़ा। इकलौती बच्ची की मौत पर उसका रो रोकर बुरा हाल था।