वाराणसी (ब्यूरो)शहर के पांडेयपुर स्थित मानसिक अस्पताल में फिर लापरवाही उजागर हुई हैरविवार को दो कैदी के फरार होने से हड़कंप मच गयाहालांकि दोनों कैदियों के मिलने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने राहत की सांस लीएक कैदी परिसर में एक गड्ढे में छिपा मिला, जोकि दो घंटे बाद मिल गयावहीं पांच घंटे के बाद फुलवरिया के पास से फरार कैदी को उसके बड़े भाई ने वापस प्रबंधन को लाकर सौंप दियाफरार कैदी महज 15 दिन पहले चंदौली जेल से लाया गया था, जिसके ऊपर हत्या का मामला चल रहा है.

जानकारी के अनुसार मानसिक चिकित्सालय से भागे बंदी मरीज का नाम संतोष मौर्या हैबंदी मरीज जेल से रविवार की दोपहर तीन बजे फरार हुआ थाअस्पताल से फरार होने के बाद फुलवरिया जाकर कैदी मरीज ने अपने बड़े भाई विनोद मौर्या को फोन किया और ले जाने की बात कहीइस दौरान कैदी ने अस्पताल प्रबंधन की ओर से प्रताडऩा देने की बात कहीलगभग पांच घंटे तक फरार कैदी की सूचना प्रबंधन ने पुलिस को नहीं दी थीइस बीच अस्पताल प्रशासन का कहना था कि अभी छानबीन चल रही है, उसके बाद पुलिस को सूचना दी जाएगीइस बीच कैदी के भाई ने पांच घंटे बाद उसे वापस लाकर अस्पताल प्रबंधन को सौंप दिया.

दस दिन में पांच की मौत

एक और अन्य कैदी ने भी जेल से भागने की कोशिश की और परिसर में ही एक गड्ढे में छिप गया था, जिसे लगभग दो घंटे के बाद खोज निकाला गयागौरतलब है कि मानसिक अस्पताल में पिछले दस दिनों में पांच कैदियों की मौत और पहले से फरार कैदी होने के बाद डीएम के निर्देश पर जांच चल रही हैअब ऐसे में दो कैदियों के फरार होने की कोशिश ने अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं