-वाराणसी में अंतिम चरण में आठ मार्च को होंगे विधानसभा चुनाव

-राजनीतिक दलों के लिए चुनाव होगा त्योहार तो पब्लिक को होगी बड़ी परेशानी

VARANASI

चुनाव आयोग ने देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीख घोषित कर दी। यूपी में चुनाव सात चरणों में होंगे। जिसकी शुरुआत क्क् फरवरी से होगी। अपने शहर वाराणसी की बात करें तो यहां पर चुनाव आयोग ने मतदान की तारीख सातवें व अंतिम चरण में आठ मार्च को निर्धारित की है। निश्चित ही चुनाव आयोग ने मतदान के दिन को लेकर खासा होमवर्क किया होगा। पर चुनावों की तारीख ने पब्लिक को परेशान किया है।

होली का मार्केट होगा बेरंग

चुनाव आयोग ने मतगणना के लिए क्क् मार्च की डेट तय की है। इसके ठीक दो दिन बाद होली है। गोदौलिया के रेडिमेड कपड़ा व्यापारी मनोज जायसवाल कहते हैं कि चुनाव का

का पूरा असर त्योहारी मार्केट पर पड़ेगा। एक महीने पहले से शुरू हो जानी वाली त्योहारी खरीदारी पर विपरीत असर दिखायी देगा। दूसरी तरफ जीतने वाला तो कोई एक होगा लेकिन हारने वाले कई होगी। जो जीता उसका तो ठीक लेकिन जो हार गया उसके लिए तो होली बेरंग साबित होगी।

लेट होगा बोर्ड एग्जाम

इलेक्शन कमीशन का वाराणसी में मार्च में चुनाव कराने के निर्णय से यूपी बोर्ड एग्जाम में देर होगी। टीचर प्रदीप मिश्रा कहते हैं कि आमतौर पर फरवरी में यूपी बोर्ड एग्जामिनेशन शुरू करा देता है जो मार्च के तीसरे सप्ताह में समाप्त हो जाते हैं। पर इस बार ऐसा करना मुमकिन नहीं होगा। क्क् मार्च को मतगणना होने के बाद ही एग्जाम शुरू किये जा सकेंगे। मार्च में शुरू होकर एग्जाम अप्रैल तक जायेगा। रिजल्ट भी देर से आयेगा। जिससे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स प्रभावित होंगे।

लगन पर क्ब्ब् की वक्रदृष्टि

इसके अलावा फरवरी में वैवाहिक लगन खासी संख्या में है। हालांकि बनारस में मार्च में चुनाव होंगे लेकिन दूसरे शहरों में जाने वाली बारात की रंगत भी फीकी ही रहेगी। चुनावों के मद्देनजर धारा क्ब्ब् लागू रहेगी जो बारात के धूमधड़ाके पर असर डालेगी। बारात निकालने के लिए सरकारी परमीशन की जरूरत होगी।

इलेक्शन कमीशन ने सोच समझ कर यह निर्णय लिया होगा। हमारे लिए तो यही त्योहार है और इस त्योहार को हम पूरे जोश और खरोश से मनायेंगे।

दीप चंद्र चौधरी, जिलाध्यक्ष बीएसपी

हमारी पूरी तैयारी है। किसी लोकतंत्र के लिए तो यही सबसे बड़ा त्योहार है। देश के विकास के लिए यह जरूरी भी है। चुनाव किसी न किसी महीने में तो होंगे ही।

प्रजानाथ शर्मा, जिलाध्यक्ष कांग्रेस

लोकतंत्र में चुनाव ही सबकुछ है। इसी दिन के लिए हर पार्टी हर नेता अपनी तैयारी करता है। अब चुनाव आ गये हैं। इसलिए इसमें पूरे जोश खरोश से शिरकत करनी है।

संजय भारद्वाज, महानगर प्रवक्ता बीजेपी

चुनाव आयोग ने जो डेट निर्धारित किया है उसमें किसी तरह का परिवर्तन तो संभव नहीं लगता है। ऐसे में हमें उससे तालमेल बैठा कर ही काम करना होगा।

संजय गुप्ता, नगर अध्यक्ष सपा