-यूपी बोर्ड एग्जाम के हाईस्कूल व इंटर की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य चल रहा बेहद सुस्त

-दूसरे दिन 46 परसेंट परीक्षक व 15 परसेंट डीएचई रहे अब्सेंट, 12 दिनों के अंदर समाप्त करना है मूल्यांकन

VARANASI

यूपी बोर्ड एग्जाम के हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू है। क्ख् दिनों के अंदर मूल्यांकन कार्य समाप्त भी करना है लेकिन मूल्यांकन की चाल ऐसी है कि क्ख् दिनों के अंदर उसे पूरा कर पाना आसान नहीं दिख रहा है। डिस्ट्रिक्ट के पांच सेंटर्स पर गुरुवार को दूसरे दिन परीक्षकों की कमी के बीच लगभग ब्भ्,म्ख्म् कापियां जांची गई। पांच सेंटर्स पर हाईस्कूल व इंटर की क्ख्,ब्987फ् कापियों के लिए ख्,99ख् परीक्षक व फ्0ब् उप प्रधान परीक्षक (डीएचई) नियुक्ति किए गए हैं। गुरुवार को विभिन्न सेंटर्स पर ब्म् परसेंट परीक्षक व क्भ् परसेंट डीएचई अब्सेंट रहे।

कर रहे हैं टीचर का इंतजार

सभी सेंटर्स पर हालत यह है कि हाईस्कूल में साइंस की आधी कापी जांचने के बाद दूसरे परीक्षक का इंतजार किया जा रहा है। हाईस्कूल के साइंस के एक ही पेपर में फिजिक्स, केमिस्ट्री व बायो के क्वेश्चन पूछे जाते हैं। ऐसे में साइंस की कापी जांचने के लिए दो परीक्षकों की नियुक्ति की जाती है। फिजिक्स, केमेस्ट्री का पार्ट एक परीक्षक तो दूसरा परीक्षक बायो का मूल्यांकन करते हैं। फिजिक्स, केमेस्ट्री जांचने के बाद बायो के दूसरे पार्ट के मूल्यांकन के लिए परीक्षक का इंतजार किया जा रहा है।

इन विषयों को नहीं खुला बंडल

बोर्ड ने प्रभु नारायण राजकीय इंटर कॉलेज, रामनगर सेंटर पर हाईस्कूल की मराठी, पंजाबी, सिंधी व बंगला की भी कापियां आवंटित कर दी हैं। वहीं इन विषयों के लिए परीक्षकों की नियुक्ति नहीं की है। प्रिंसिपल एसके सिंह ने बताया कि मराठी, पंजाबी, सिंधी व बंगला विषय के लिए परीक्षक नियुक्त न होने के कारण इन विषयों की कापियों का बंडल नहीं खुल सका। लोकल स्तर पर इन विषयों के परीक्षक भी नहीं मिल रहे हैं।