-वरुणा किनारे साल 2014 के बाद बिना नक्शा पास कराये बनीं बिल्डिंग्स पर होगी कार्रवाई

-ग्रीन बेल्ट एरिया के लिए चल रहे सर्वे के बाद इन अवैध निर्माण पर वीडीए का चलेगा हथौड़ा

VARANASI

वरुणा कॉरीडोर का काम जोर-शोर से चल रहा है। इसके लिए नये निर्देश के बाद सैकड़ों लोगों के नये निर्माणाधीन भवन व बिल्डिंग्स पर खतरा मंडराने लगा है। हालांकि इस खतरे से उन लोगों को राहत मिलेगी जिन्होंने अपने भवन या बिल्डिंग का निर्माण ख्0क्ब् से पहले कराया है। वरुणा किनारे ख्0क्ब् में ग्रीन बेल्ट एरिया डिक्लेयर किया गया था। इसके बाद से वीडीए की ओर से किसी भी भवन का नक्शा पास नहीं किया गया है।

बाधक बन रहे अवैध निर्माण

वरुणा के नये रूप को निखारने में बाधक बन रहे इन अवैध निर्माण ने काम की रफ्तार को धीमा कर दिया है। वरुणा किनारे के अतिक्रमण को चिन्हित किया जा रहा है। कमिश्नर के निर्देश के बाद सिंचाई विभाग की टीम इस कार्य में जुटी हुई है। काम पूरा हो जाने के बाद वरुणा किनारे भ्0 मीटर या क्978 में आयी बाढ़ के डूब क्षेत्र में बने अवैध भवनों का ध्वस्तीकरण कराया जाएगा।

ग्रीन बेल्ट के निर्माण होंगे ध्वस्त

वरुणा कॉरीडोर के साथ-साथ घाट के दोनों ओर से भ्0 मीटर क्षेत्र को ग्रीन बेल्ट एरिया के तौर पर डेवलप किया जाएगा। इस पूरे एरिया को हरियाली क्षेत्र बनाया जाएगा। वीडीए सचिव एमपी सिंह का कहना है कि महायोजना ख्0फ्क् के तहत वरुणा किनारे भ्0 मीटर के एरिया को ग्रीन बेल्ट घोषित किया गया है। जिसके लिए साल ख्0क्ब् के बाद से इस एरिया में किसी भवन का नक्शा पास नहीं हुआ है। अगर इस क्षेत्र में बिना नक्शा पास कराए भवन पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

लोग खुद हटाने को तैयार

वरुणा कॉरीडोर में बाधक बने भवनों का ध्वस्तीकरण मंगलवार को भी जारी रहा। वीडीए सचिव एमपी सिंह ने बताया कि ध्वस्तीकरण के लिए मजदूरों की संख्या बढ़ा दी गई है। इस अभियान में भवन स्वामी खुद भी ध्वस्तीकरण में पूरा सहयोग दे रहे हैं।