लखनऊ में केंद्रीय एजेंसी आरसीयूईएस के समक्ष हुआ विजन प्लान का प्रेजेंटेशन

कई प्वाइंट में बदलाव करने के दिये सुझाव, प्लान को प्रभावी बनाने पर रहा जोर

VARANASI

स्मार्ट सिटी फेज टू के पहले ही कदम पर विजन प्लान फेल साबित हुआ है। नगर निगम और कंसल्टेंट कंपनी केपीएमजी की ओर से बुधवार को लखनऊ में शहरी विकास मंत्रालय की एजेंसी आरसीयूईएस के समक्ष विजन प्लान का प्रजेंटेशन हुआ। जिसमें ज्यादातर प्वाइंट्स में बदलाव करने का सुझाव दिया गया है। बदलाव करके एक सप्ताह बाद दोबारा प्रजेंटेशन होगा।

नगर आयुक्त एसपी शाही ने बताया कि विजन प्लान के प्रजेंटेशन के बाद इसमें आरसीयूईएस की ओर से काफी बदलाव करने को कहा गया है। साथ ही शहर में चल रही योजनाओं के इंप्लीमेंटेशन पर जोर दिया गया है। नगर आयुक्त ने बताया कि जो आरसीयूईएस की ओर से जो सुझाव दिये गये हैं उसमें जल्द से जल्द सुधार किया जाएगा। आरसीयूईएस के एडिशनल डायरेक्टर एके गुप्ता के सामने विजन प्लान का प्रजेंटेशन हुआ। इस दौरान नगर आयुक्त और कंसल्टेंट कंपनी की टीम मौजूद रही।

पिछली गलतियों में होगा सुधार

स्मार्ट सिटी के फ‌र्स्ट राउंड में बनारस के विजन प्लान और प्रपोजल तैयार करने में जो कमियां रह गयी थी उनमें बदलाव करने के साथ स्कूल, कॉलेज, संस्थाओं और आम जनता से डायरेक्ट जुड़ने का प्लान कंसल्टेंट कंपनी ने तैयार किया है। फ‌र्स्ट राउंड में बनारस 97 शहरों में से 9म् पोजीशन पर था। फास्ट ट्रैक के आधार पर ख्फ् शहरों का चुनाव होने के बाद बनारस आखिरी पायदान पर आ गया था। जनता के सुझाव और उनके परेशानियों को लेकर पिछले विजन प्लान पर काम नहीं हो पाया था। नगर आयुक्त का कहना है कि इस बार उनका फोकस शहर की योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा जनउपयोगी बनाने पर होगा। कंसल्टेंट कंपनी का कहना है वह इस बार ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने और जन सहभागिता पर ध्यान रहेगा।