- कचहरी के पास एक दूसरे पर कमेंट करने के दौरान भाजपा और सुजीत सिंह टीका समर्थकों में हुई मारपीट, पथराव से भगदड़

- NCP समर्थक की कार तोड़ी, हालात काबू में करने के लिए पुलिस ने भांजी लाठी

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चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को खास कहने वाली पार्टियां चुनाव आते ही उन्हे नजरअंदाज कर जब दूसरों को टिकट दे देती है तो पार्टी में विरोध का स्वर फूट पड़ता है। इसी बगावत का नतीजा बुधवार को कचहरी पर देखने को मिला। यहां भारतीय जनता पार्टी से बगावत कर अलग होकर चुनाव लड़ रहे सुजीत सिंह टीका और शहर उत्तरी के भाजपा प्रत्याशी रविन्द्र जायसवाल के समर्थकों में जमकर मारपीट हुई। सर्किट हाउस बैरियर के पास आपस में दोनों आमने-सामने हुए तो पहले तो दोनों ओर से नारेबाजी हुई और देखते ही देखते प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ लाठी-डंडों का भी प्रयोग किया। मारपीट व पथराव से नामांकन करने पहुंचे अन्य दलों के जुलूस में भगदड़ मच गई। उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी।

खूब चलाये पत्थर

शहर उत्तरी के प्रत्याशी रवींद्र जायसवाल नामांकन करने के बाद कलेक्ट्रेट से निकल रहे थे। उसी दौरान यूपी कॉलेज की ओर से बागी प्रत्याशी सुजीत सिंह टीका का जुलूस आ गया। दोनों के समर्थकों का आमना-सामना होने पर वे एक दूसरे पर तंज कसने लगे। इसी बीच उनके बीच की नोकझोंक देखते ही देखते मारपीट व पत्थरबाजी में बदल गई। मौके पर पहुंचे सीओ कैंट व सीओ ट्रैफिक के साथ फोर्स के दौड़ाने पर उपद्रव कर रहे समर्थक भाग खड़े हुए। इस दौरान उपद्रवियों ने नामांकन करने पहुंचे अन्य दलों के प्रत्याशियों और उनके समर्थकों पर भी अपना गुस्सा निकाला। कैंट विधानसभा से नामांकन करने पहुंचे एनसीपी प्रत्याशी मृत्युंजय कुमार उपद्रवियों के गुस्से का शिकार हुए। उपद्रवियों ने उनकी कार पर जमकर लाठी डंडे और पत्थर बरसाए, जिससे कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। फिलहाल जिला प्रशासन हंगामा करने वाले उपद्रवियों को चिह्नित करने में लगा है।