-पेयजल की क्षतिग्रस्त पाइपलाइन से हर रोज बर्बाद हो रहा 120 एमएलडी पानी

-दशकों पुरानी पाइपलाइनों की नहीं हो रही मरम्मत

-शहर में पर्याप्त नहीं हो रही पेयजल की आपूर्ति

शहर में पेयजल का संकट सालों से है। आधे से ज्यादा शहर को जरूरत के मुताबिक पानी नहीं मिल पाता है। इसके बावजूद जलकल की लापरवाही से पानी की बर्बाद हो रही है। पाइपलाइन में लिकेज की वजह से हर रोज 120एमएलडी पानी बर्बाद हो रहा है। जितना पानी बर्बाद होता है उतने से पांच लाख लोगों की पानी की जरूरत को पूरा किया जा सकता है। लेकिन इसका फर्क जलकल को नहीं पड़ता है।

रुपयों की कमी से जूझ रहा जलकल

-अंग्रेजों के समय की है पेयजल व्यवस्था शहर में

-पेयजल पाइप लाइनों के बदलने का काम चल रहा लेकिन पूरा नहीं हुआ

-दशकों पुरानी पेयजल की पाइप लाइन जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है। -पेयजल पाइप लाइन इतनी जगह से क्षतिग्रस्त हैं कि मरम्मत में मुश्किल होती है

-क्षतिग्रस्त पाइप लाइन को दुरुस्त नहीं करा पा रहा जलकल

-रुपयों की कमी से जूझ रहा जलकल विभाग

-करोड़ों रुपये का बकाया है जलकर का उपभोक्ताओं पर

-रुपयों की कमी की वजह से पाइप बदलने का काम भी नहीं हो पा रहा है

भटक रहे पानी के लिए

-शहर की बड़ी आबादी की पानी की जरूरत नहीं पूरी हो पा रही है

-सबसे अधिक परेशानी गंगा किनारे से पुराने मोहल्लों में हो रही है

-दर्जनों ऐसे इलाके हैं जहां पीने का पानी नहीं मिल पाता है

-शहर के तमाम इलाकों में दूषित पेयजल आपूर्ति होती है

-पेयजल सप्लाई के लिए बनाए गए कई ओवहेड टैंक नहीं कर रहे काम

-शहर के तमाम कुएं को बंद कर देने से पानी की समस्या बढ़ी

-हैण्डपम्प खराब होने की वजह से लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है

-बेलगाम भूमिगत जल से दोहन से पानी की समस्या और बढ़ती जा रही है

-ग्राउंड वाटर लेवल तेजी से नीचे जा रहा है

इन इलाकों में लीकेज की समस्या

भदैनी

शिवाला

नदेसर

छित्तुपुर

सिगरा

पीलीकोठी

विश्वेश्वगंज

महमूरगंज

तेलियानाला

हर रोज 600 एमएलडी सप्लाई

-600 एमएलडी वाटर की सप्लाई रोजाना की जाती है जलकल विभाग की ओर से शहर में

-300 एमएलडी ओवर हेड टैंक से होती है सप्लाई

-155 एमएलडी सप्लाई जलकल के वाटर ट्यूबेल से की जाती है हर रोज

-145 एमएलडी गंगा वाटर की सप्लाई की जाती है।

120 एमएलडी पानी बर्बाद हो जाता है रोजाना

15 लाख उपभाक्ताओं को रोजाना जलापूर्ति करता है जलकल विभाग

-90 वॉर्डो में होती है वाटर सप्लाई नगर निगम के

-हर रोज 120 एमएलडी हो रहा बर्बाद लिकेज की वजह से

-5 लाख लोगों की पानी की जरूरत को पूरा किया जा सकता है पानी की बर्बादी रोककर

-20 से ज्यादा मोहल्लों में दूषित जलापूर्ति होती है पाइप लाइन लिकेज के चलते

- 50 हजार लोगों तक पहुंचता नहीं पक्का महाल में

-6 ओवरहेड टैंक से नहीं हो पा रही पानी की सप्लाई

-350 हैण्डपम्प खराब पड़े हैं शहरी इलाके में

-क्या कहते है अधिकारी-

शहर में लगभग एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर जलकल की पाइप लाइन क्षतिग्रस्त है। लीकेज की वजह से हर रोज 120 एमएलडी पानी बर्बाद हो रहा है। जब तक लीकेज को बंद नहीं किया जाएगा तब तक पानी बर्बादी नहीं रुकेगी।

नीरज गौड़, जीएम

जीएम, जलकल विभाग