- 15 दिन से पंप व मार्च से खराब है टयूबवेल

- बिना पानी सूखने की कगार पर पौधे

CHANDAULI: किसानों को नवीन तकनीकी की जानकारी देने वाला कृषि विज्ञान केंद्र खुद बीमार हो गया है। अव्यवस्था के कारण यहां लगाई गई विभिन्न प्रजातियों की नर्सरी पानी के अभाव में सूखने की कगार पर हैं। कारण केंद्र परिसर में फसलों व पौधों की नर्सरी की ¨सचाई के लिए लगाया गया टयूबवेल जहां मार्च माह से खराब पड़ा है। वहीं एक पखवारे से पंप जलने से पौधों की ¨सचाई ही नहीं हो पा रही है। ऐसे में पौधे तपती गर्मी में पीले पड़ गए हैं। आने वाले दिनों में भी यही हाल रहा तो पौधे तो दम तोड़ ही देंगे समय से धान की नर्सरी पड़ना भी मुश्किल हो जाएगा।

पत्तियां पड़ गई पीली

केंद्र के उद्यान वैज्ञानिक गौरीशंकर ने बताया कि परिसर में उद्यान अनुभाग की ओर से आम, अमरूद, आंवला, सागौन, जामुन, गुलाब, यूकेलिप्टस, केला, नींबू आदि की नर्सरी के साथ सब्जियां लगाई गई हैं। ताकि नर्सरी तैयार होने पर इसके रोपण के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा सके। लेकिन ¨सचाई के साधन उपलब्ध नहीं होने से नर्सरी सूखने के कगार पर पहुंच गई है। अत्यधिक गर्मी के कारण पौधों की पत्तियां पीली पड़ने के साथ इनकी जड़ें भी सूख रही हैं। ¨सचाई की समस्या के बाबत कई बार केंद्र के प्रभारी व प्रक्षेत्र प्रभारी से शिकायत की गई। पर समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

किसानों में किया जाएगा वितरित

उद्यान वैज्ञानिक ने बताया कि पौधों की नर्सरी लगाने का मुख्य उद्देश्य पौध रोपण के प्रति किसानों को जागरूक किया जाना है। इन पौधों का किसानों में वितरण किया जाना है। ताकि किसान पौधों का रोपण कर पर्यवारण संरक्षण को बढ़ावा दे सकें। कहा कि यदि एक व्यक्ति एक पौध लगाए तो प्रकृति के बिगड़े मिजाज को संतुलित किया जा सकता है।

फोटो परिचय म् सीएचएक्0 चंदौली।