-फिर से अचानक बदले मौसम ने किसानो के चेहरे किए मायूस, गेहूं, सरसों की फसल हो सकती है प्रभावित, आम के बौर भी गिरे

-लंबा नुकसान, तेज हवा ने दिया झटका, आकलन में जुटा प्रशासन

VARANASI : अचानक बदले मौसम के इस मिजाज ने भले ही लोगों को झुलसा देने वाली गर्मी से राहत दे दी हो लेकिन किसानो के लिए ये राहत किसी मुसीबत से कम नहीं है। वजह इस बरसात और तेज हवा के झटकों ने रबी की फसल को बर्बाद करके रख दिया है। बची खुची कसर आम के बौर ने पूरी कर दी है और तेज हवा के कारण पेड़ों पर लगे बौर गिर गए हैं। जिसके कारण आम के प्रेमियों को इस गर्मी आम की मिठास से दूर रहना पड़ सकता है। हालांकि मौसम का ये मिजाज अभी एक दो-दिन और ऐसे ही रहने की उम्मीद है।

कई वजह से बिगड़ा मौसम

आसमान में मौजूद बादलों ने सोमवार को अपने होने का एहसास कराते हुए पूरे दिन बूंदा बांदी की लेकिन बदरा झूमकर नहीं आई। जिसके कारण लोगों को कुछ राहत मिली। हालांकि दोपहर बाद बादलों के बीच से सूरज ने दर्शन दिए। इसके चलते ख्ब् घंटे में अधिकतम तापमान में भी कमी रिकॉर्ड की गई है। मौसम विज्ञानी प्रो। एसएन पांडेय के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का असर एक बार फिर पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंच गया है। जम्मू कश्मीर से पिछले कई दिनों से ये विक्षोभ आगे बढ़ रहा था। इसके अलावा तीन-चार दिनों से हवा का रुख पूर्वा था। जिसके कारण बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंच रही थी। ऊपर से लोकल हीटिंग। इन सबने मिलकर एक ऐसा माहौल क्रिएट किया जिसने मौसम का मिजाज बदला और बारिश संग तेज हवा ने लोगों को गर्मी से राहत दी।

ऐसे ही चलेगा अभी

मौसम विज्ञानी प्रो। पाण्डेय के मुताबिक मौसम का ये बदला मिजाज अभी एक दो दिनों तक ऐसे ही बना रहेगा। बरसात होने के अलावा ठंडी हवा चलती रहेगी। वजह अब भी हवा का रुख पूर्वा बना हुआ है और पश्चिम की ओर से नमी भी यहां तक पहुंच रही है। इसके चलते बूंदाबांदी हो रही है जो जारी रहेगी। ख्ब् घंटे में अधिकतम तापमान क्क्.9 डिग्री से गिरकर फ्7.9 डिग्री से ख्म् हो गया जबकि न्यूनतम तापमान ख्.भ् डिग्री से बढ़कर ख्क्.फ् डिग्री से ख्फ्.8 डिग्री सेल्सियस हो गया।

पांच दिनों में इस प्रकार रही तापमान की चाल (डिग्री सेल्सियस में)

तिथि अधिकतम न्यूनतम

ख्भ् मार्च फ्7.ख् क्8.भ्

ख्म् मार्च फ्7.म् क्9.8

ख्7 मार्च फ्7.भ् ख्क्.9

ख्8 मार्च फ्7.ख् क्9.म्

ख्9 मार्च फ्7.9 ख्क्.फ्

फ्0 मार्च ख्म्.0 ख्फ्.फ्

कइयों ने काटी मौसम में मौज

लगातार झुलसा देने वाली धूप के कारण परेशान लोगों को सोमवार को मौसम से काफी राहत मिली। जिसके कारण लोगों ने इस मौसम को एंजॉय भी किया। खासतौर पर यूथ ने। स्टूडेंट्स और प्रेमी युगल मौसम के इस बदले मिजाज से काफी खुश दिखे और मॉल्स, रोड्स और घाटों पर मस्ती करते देखे गए। हालांकि तेज हवा के कारण सड़क पर अपने रोजमर्रा के काम के लिए निकलने वालों को परेशानी उठानी पड़ी। हवा के कारण रोड पर हो रही खोदाई लोगों के लिए मुसीबत बन आई और खोदाई में निकली मिट्टी हवा के साथ उड़ती रही। जिसके कारण पैदल चलने और गाडि़यों से फर्राटा भर रहे लोगों को धूल ने काफी परेशान किया।

हर तरफ हुआ नुकसान

एक ओर इस बदले मौसम ने जहां कुछ लोगों का मूड फ्रेश कर दिया वहीं धरती के लाल यानि किसानो को तगड़ा झटका दिया है। बेमौसम हुई बरसात ने पूर्वाचल में रबी की भ्0 परसेंट फसल का नुकसान पहुंचाया है। कृषि विज्ञान संस्थान बीएचयू के पूर्व निदेशक प्रो। शिवराज सिंह का कहना है कि इस मौसम से रबी समेत कई फसलों को नुकसान होगा। गेहूं की फसल तैयार है और कटाई की तैयारी थी लेकिन इतनी तेज हवा के कारण फसल पूरी तरह से जमीन पर लेट गई है। जिससे उसके दाने खराब हो चुके हैं। कुछ दाने जो बचे भी होंगे उनकी गुणवत्ता अच्छी नहीं होगी। तेज हवा के कारण सरसों की फसल को भी नुकसान हुआ है और सरसो के फूल झड़ जाने से किसान मायूस हो गए हैं। भले ही मौसम कुछ दिनों बाद ठीक हो जाए लेकिन फसल के नुकसान की भरपाई नहीं हो पाएगी। इसके साथ ही सब्जियों को भी नुकसान हुआ है। बारिश की वजह से लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ेगा। सब्जियों के रेट में इजाफा तय है। आम की फसल भी प्रभावित हो रही है। पेड़ों पर लगे बौर गिर रहे हैं।