-कैंट स्टेशन पर आरपीएफ ने रंगे हाथ पकड़ा

-पास से मास्टर चाभी भी की गई बरामद

VARANASI

जीआरपी व आरपीएफ की नाक के नीचे पैसेंजर्स से सीट के बदले अवैध पैसे लिये जाने का मामला शुक्रवार को सामने आया। रेलवे में सुधार का दावा उस समय खोखला साबित हुआ जब कैंट स्टेशन के आरपीएफ ने महानगरी एक्सप्रेस में तीन कुलियों को सीट बेचते रंगे हाथ पकड़ा। इनके पास से मास्टर चाभी भी बरामद की गई जिससे वाशिंग लाइन में जनरल कोचेज के दरवाजे खोल कर सीटों पर कब्जा जमा लिया जाता था। ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर प्लेस होते ही गोरखधंधा स्टार्ट हो जाता था।

संदेह के घेरे में पुलिस भी

अवैध वसूली का धंधा बाकायदा एक रैकेट करता है। ऐसा नहीं है कि जब प्लेटफॉर्म नंबर नौ से दादर सुपरफास्ट व महानगरी एक्सप्रेस रवाना होती है उस समय पुलिस मौके पर नहीं होती है। कांस्टेबल ही नहीं एसआई भी घूमते दिखाई देते थे और सीट बेचने का धंधा भी चलता रहता था। यह शिकायत लगातार चीफ एरिया मैनेजर आरपी चतुर्वेदी से की जाती रही। अंतत: सहायक सुरक्षा आयुक्त एसके पाल से चर्चा करने के बाद आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार अर्जुन के नेतृत्व में महानगरी एक्सप्रेस को टारगेट बनाकर कार्रवाई की गई। अर्जुन ने बताया कि मुगलसराय के हनुमान गंज निवासी कुली संतोष यादव, देवरिया के पैना बरहज के भुवर और बनारस के सुभाष नगर के मनोज तीनों सादे वेश में सीट बेच रहे थे। रेलवे की ओर से तीनों को कुली का बिल्ला जारी किया गया है।