पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि काशी तो अविनाशी है, जिसकी प्रवृत्ति हमेशा आगे बढऩे की है। काशी ने एक ऐसी तस्वीर देश को दिखाई है, जिसमें विरासत भी है और विकास भी है। ऐसी विरासत जिसे भव्य, दिव्य और नव्य बनाने का काम लगातार जारी है। ऐसे विकास जो काशी की सड़कों, गलियों, कुंडों, घाटों और रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक में निरंतर गतिमान है। भगवान शंकर की कृपा है कि काशी में एक प्रोजेक्ट खत्म होता है तो चार नए शुरू हो जाते हैं। गुरुवार को 30 परियोजनाएं पूरी हो गईं तो 13 नये प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो गए। करीब 1800 करोड़ रुपये के दर्जनों प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। काशी में सड़क, बिजली, पानी, स्वच्छता और सुंदरीकरण से जुड़ी हजारों करोड़ की परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। हजारों करोड़ की परियोजनाओं पर काम जारी है.
2021 तक पीएम ने दीं 310 परियोजनाएं
काशी पहले से ही समृद्ध और देश-दुनिया में प्रसिद्ध नगरी रही है। शुरू से ही देश की सांस्कृतिक राजधानी भी मानी जाती है। इसकी आध्यात्मिक शक्ति व पौराणिकता से अभिभूत होकर 2014 में नरेंद्र मोदी ने इसे अपनी कर्मभूमि बना ली। यहां से लोकसभा का चुनाव लड़ा और ऐतिहासिक जीत के साथ देश के पीएम बन गए। इसके बाद से ही काशी के नव्य-भव्य बनने का सिलसिला शुरू हो गया। मोदी ने दिसंबर 2021 तक काशीवासियों को 310 विकास परियोजनाओं की सौगात दी है। पूरी हो चुकीं इन परियोजनाओं पर 15895.28 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.
एयरपोर्ट से ही नये बनारस का एहसास
बाबतपुर एयरपोर्ट से काशी की तरफ मुड़ते ही बदलती काशी का एहसास होने लगता है। करीब आठ किलोमीटर आगे कोईराजपुर में इस रोड के बाएं और दाएं निकली क्रमश: ङ्क्षरग रोड फेज वन व टू एक बार तो वर्षों बाद लौटे काशीवासियों को ही अचंभित कर देती है। यही तस्वीर काशी को जोडऩे वाले गाजीपुर, आजमगढ़, प्रयागराज आदि फोरलेन मार्गों पर दिखती है। इतना ही नहीं पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट श्री काशी विश्वनाथ धाम देश ही नहीं दुनिया के भक्तों को उनके दरबार में शीश नवाने को विवश कर रहा है। परिणामस्वरूप बाबा दरबार में प्रतिदिन औसतन 40 हजार दर्शनार्थियों की संख्या जुलाई में बढ़कर एक लाख हो गई है.
हर विधा में दिख रहा विकास
पीएम मोदी ने काशी की सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा, जनकल्याण, फ्लाईओवर, पेयजल, आरओबी, सीवरेज, पर्यटन, तालाब, घाट, कैंट और मंडुवाडीह रेलवे स्टेशन की रीमाडङ्क्षलग, कैंसर संस्थान, ट्रामा सेंटर, कैंसर अस्पताल, आवास समेत हर क्षेत्र में कार्य किया है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ने इसके अलावा दिसंबर, 2021 में 4174 करोड़ की 161 परियोजनाओं का भी शिलान्यास किया था। इनमें से कई पर काम चल रहा है, कुछ पूरी हो गई हैं। इन्हीं में से गुरुवार को 553.76 करोड़ की 30 परियोजनाओं को मोदी ने जनता को समर्पित कर दिया। काशीवासियों को मोदी की सौगातों का सिलसिला अभी जारी है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि 2014 में पीएम बनने के बाद नरेन्द्र मोदी ने काशी के लिए योजनाएं बनाने और उसे जमीन पर उतारने का कार्य तो किया लेकिन उसे गति 2017 में मिली, जब यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनी।
प्रमुख योजनाएं जो मिलीं काशी को
-श्रीकाशी विश्वनाथ धाम
-हरहुआ-बाबतपुर फ्लाईओवर
-ङ्क्षरग रोड फेज वन व टू
-चौकाघाट-कैंट फ्लाईओवर
-आशापुर आरओबी
-लालपुर में ट्रेड फैसिटिलेशन सेंटर
-सिगरा में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर
-रामनगर के राल्हूपुर में बंदरगाह
-बाबतपुर-भदोही मार्ग, कोनिया-सलारपुर मार्ग पर वरुणा नदी पर पुल
-सर्किट हाउस व टाउनहाल में अंडरग्राउंड पार्किंग
-शाहंशाहपुर में गोआश्रय केंद्र
-गोदौलिया से दशाश्वमेध तक पर्यटन विकास
-गंगा-गोमती संगम घाट व मार्कंडेय घाट
-रामनगर, रमना, दीनापुर में एसटीपी
-बीएचयू में ब्वायज, गल्र्स, शिक्षक, डाक्टर हास्टल
-शहर में 18 कुंडों का संरक्षण