- 75 साल का बुजुर्ग हुआ हनी ट्रैप का शिकार, मोबाइल लेकर पहुंचा पुलिस के पास

इश्क की कोई सीमा नहीं होती साहब क्या जवान और क्या बुजुर्ग प्यार कभी भी, किसी से हो सकता है और वह प्लेटफार्म भी कोई हो सकता है। कुछ ऐसा ही एक मामला गुरुवार को एडिशनल पुलिस कमिश्नर अपराध एवं मुख्यालय के जन सुनवाई के दौरान उनके पास पहुंचा। अधिकारी ने उनके आवेदन को पढ़ा और दो मिनट के लिए शांत हो गए। बाद में उन्हें एकांत में बुलाया और पूरे घटना क्रम की जानकारी ली। जवाब में 75 साल के बुजुर्ग ने जो कहा उसे सुनकर एडिशनल सीपी अपराध सुभाष चंद्र दुबे भी सन्न रह गए।

गुरुवार दोपहर करीब दो बजे का समय था एडिशनल सीपी क्राइम एवं मुख्यालय सुभाष चंद्र दुबे अपने कार्यालय में लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे। अचानक कांस्टेबल एक आवेदन लेकर अंदर पहुंचा और बोला एक बुजुर्ग बहुत परेशान हैं सर और वो मिलना चाहते हैं। आवेदन पढ़ा तो उसमें हनी ट्रैप का मामला सामने आया, लेकिन आश्चर्य यह लगा कि 75 साल के बुजुर्ग कैसे इसके शिकार हो गए। उन्होंने बुलाया। बुजुर्ग सेवा निवृत प्रोफेसर थे और सही से चल नहीं पा रहे थे। धीरे-धीरे कदमों से कुर्सी पर बैठे और अपनी एंड्रायड मोबाइल एडिशनल सीपी को दी।

17 शादी की थी एक ने

मैसेज में दोनों तरफ से जो बातें और फोटो आदान प्रदान की गई थीं उसे देख उनके होश उड़ गए। पूछा कि इस उम्र में आप कैसे फंस गए। उन्होंने बताया कि इसमें बुरा क्या है। प्यार की कोई सीमा और उम्र नहीं होती साहब मैं ऐसे आदमी को जानता हूं, जिसने 17 शादी की थी, यह सुनकर एडिशनल सीपी ने माथा पकड़ लिया। बुजुर्ग ने कहा कि कुछ गलत हुआ भी नहीं केवल उसने मुझे खुले अवस्था में देखने की चाहत जाहिर की और मैने वो कर दिया। इसके बाद मुझे अब ब्लेकमेल कर रही है। बुजुर्ग अपने मैसेज में सामने वाले को जीएफ के शब्द से संबोधित करते देखे जा रहे हैं। एडिशनल सीपी अपराध एवं मुख्यालय सुभाष चंद्र दुबे ने कहा कि जो भी हो लेकिन इनके साथ साइबर अपराध होने का मामला सामने आया है और इसको लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।