वाराणसी (ब्यूरो)। शहरों की रेलवे लाइन के पास से गुजरने वाली सड़कों को दुरुस्त रखने की जिम्मेदारी नगर निगम और रेलवे विभाग की संयुक्त रूप से होती है। लेकिन, इन दोनों विभागों में बेहतर तालमेल न होने की वजह से बनारस की आम जनता को इनका खमियाजा भुगतना पड़ता है। शहर के एंट्री प्वाइंट अंधरापुल में ट्रैक विस्तारीकरण को लेकर सड़क का कार्य चल रहा है, जोकि पिछले दो दिनों से जारी है। इस वजह से इतना भंयकर जाम लग रहा है कि अंधरापुल से कैंट की 500 मीटर की दूरी पूरी करने में आधा घंटे से अधिक का समय लग जा रहा है। मंगलवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने रियलिटी चेक किया तो लोग गर्मी से बिलबिलाते और व्यवस्था को कोसते मिले.
चौकाघाट से मलदहिया
अंधरापुल से चौकाघाट की दूरी महज 500 मीटर है, लेकिन अंधरापुल पर सड़क का काम होने की वजह से चौकाघाट पुल से लेकर मलदहिया तक का एरिया इसकी चपेट में आ गया है। इस रास्ते के भंयकर जाम में लोगों को पुल क्रास करने में भारी मशक्कत करनी पड़ रही है.
अंधरापुल से कैंट
अंधरापुल से कैंट रोडवेज और रेलवे स्टेशन निकलने के लिए जाम की वजह से सुबह 9 बजे से सारे रास्ते बंद हो जाते हैं। कैंट तक की 500 मीटर की दूरी पूरा करने आधे घंटे से ज्यादा का समय लगता है.
अंधरापुल से तेलियाबाग
अंधरापुल से तेलियाबाग संस्कृत यूनिर्वसिटी जाने का एकमात्र सीधा रास्ता है, वहीं इसकी दूरी महज 500 से 600 मीटर है। ये दूरी पूरी करने में 20 मिनट लग जाता है.
धूप में लोगों का उतरा गुस्सा
बाइक सवार आशुतोष पांडेय ने बताया कि घंटों मशक्कत करनी पड़ रही है। तपती धूप में आधा घंटे से बाइक लेकर खड़े हैं। थोड़ी सी भी हमारी गाड़ी अभी तक क्रास नहीं कर पाई है। कंचन विश्वकर्मा ने कहा कि हम अपने बच्चे को स्कूल से लेकर आ रहे हैं। भीषण जाम में हम भी जल रहे हैं और बच्चे भी.
सड़क पर एडीसीपी ट्रैफिक
जाम की समस्या से जूझते राहगीरों और यात्रियों का गुस्सा ट्विटर पर उतरा। इसके बाद एडीसीपी ट्रैफिक डीके पुरी मौके पर पहुंचे और बन रही सड़क का मुआयना किया। साथ ही काम कर रहे ठेकेदार को जल्द काम खत्म करने को कहा.
रेलवे लाइन का थर्ड और फोर्थ फेज में विस्तार किया जा रहा है। सड़क खराब हो गई थी। साथ ही हमें रेलवे लाइन का विस्तार करना था। हम जल्द ही काम को पूरा कर लेंगे.
-आनंद मोहन, डायरेक्टर, कैंट रेलवे स्टेशन
हमारे जवान मुस्तैदी के साथ गाडिय़ों को पास कराने में लगे हुए हैं। मैैं मौके पर खुद तीन घंटे था। लोगों को भी हड़बड़ी की बजाय थोड़ा संयम से काम लेना होगा.
-डीके पुरी, एडीसीपी, ट्रैफिक पुलिस, वाराणसी