-संस्कृत यूनिवर्सिटी में हुई 'गो कैशलेस, गो-डिजिटल' विषयक कार्यशॉला

- कैशलेस से जुड़े एप व

उसकी प्रक्रिया की दी गई जानकारी

VARANASI

स्मार्ट फोन के माध्यम से लेन-देन संभव है। इतना ही नहीं दैनिक जीवन की वस्तुएं भी स्मार्ट फोन के माध्यम से खरीदी जा सकती है। कैशलेस समाज की स्थापना के लिए हमें कैश के अन्य विकल्पों का चयन करना होगा। तभी कैशलेस समाज की स्थापना संभव है। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पाणिनी भवन के सभागार में बुधवार को आयोजित 'गो कैशलेस, गो-डिजिटल' विषयक कार्यशाला में ये बातें बतौर मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी (राजस्व) ईश्वर चंद्र ने कही। कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में उन्होंने लोगों को जागरूक होने की सलाह दी। कहा कि किसी को भी अपना आधार, बैंक एकाउंट, पिन नंबर न बताएं। विशिष्ट अतिथि जिला सूचना अधिकारी प्रसन्ना पांडेय ने कहा कि कैशलेस योजना देश के विकास में सहायक सिद्ध होगी। ऐसे में लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। इस दौरान यूनियन बैंक के स्टेट मैनेजर शशि शुक्ला ने कैशलेस योजना के तकनीकी पक्ष के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वहीं एलडीएम के रंजीत कुमार सिंह कैशलेस से जुड़े एप डाउनलोड करने व उसकी प्रक्रिया में बारे में लोगों को अवगत कराया। इस दौरान एनआइओएस के डायरेक्टर एके सिंह, इपीएफ के पंकज सिन्हा सहित अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किया। स्वागत प्रबंधक प्रेम नारायण सिंह व धन्यवाद ज्ञापन उमेश राय ने दिया।