- राष्ट्रपति शासन का अ‌र्द्धकुंभ की तैयारियों में दिख रहा असर

- डॉक्टरों की तैनाती होने से श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर सुविधा

HARIDWAR: अ‌र्द्धकुंभ में श्रद्धालुओं को बढि़या चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने के लिए शासन द्वारा क्क्ख् डॉक्टरों की तैनाती की गई है। अप्रैल महीने में बैसाखी, रामनवमी पर पड़ने वाले स्नान में आने वाले श्रद्धालुओं के इलाज के लिए डॉक्टरों को तैनात किया गया है। प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगने का असर अब अ‌र्द्धकुंभ की तैयारियों पर दिखने लगा है।

स्वास्थ्य विभाग ने क्क्ख् डॉक्टर किए तैनात

अ‌र्द्धकुंभ मेला प्रशासन के अधिकारी अप्रैल महीने के शेष महत्वपूर्ण स्नानों पर व्यवस्था को चाक-चौबंद करने में जुटे हैं। चौदह अप्रैल को बैशाखी, पंद्रह अप्रैल को रामनवमी और ख्ख् अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु हर की पैड़ी पर गंगा स्नान करने आएंगे। इसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए क्क्ख् डॉक्टरों की तैनाती कर दी है। यह पहली बार हुआ है कि अ‌र्द्धकुंभ के सात स्नान बीत चुके हैं और पहली बार सभी चिकित्सक ड्यूटी में पहुंच गए हैं। पूर्व में सात स्नानों में चिकित्सकों ने ज्वाइ¨नग तक नहीं की थी। इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तक परेशान थे। लेकिन प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगने के बाद व्यवस्थाएं दुरुस्त हो गईं हैं। आगामी स्नानों के मद्देनजर मांग सौ डॉक्टर की ही थी। यह डॉक्टर अपनी ड्यूटी में जुट गए हैं। इन क्क्ख् डॉक्टरों में चालीस एलोपैथ के और 8ख् आयुष विधा के डॉक्टर हैं। इसके अलावा प्रशिक्षित स्टाफ नर्सों को भी डॅयूटी पर लगाया गया है।

मेले के लिए जोनल

चिकित्साधिकारी

: डॉ दिवाकर मिश्रा, जोनल अधिकारी प्रथम मायापुर क्षेत्र

: डॉ रमेश शर्मा जोनल अधिकारी प्रथम, कनखल क्षेत्र

: डॉ सुरेंद्र दत्त शाह, जोनल अधिकारी द्वितीय, भूपतवाला व नीलधारा

: डॉ कपिल गुप्ता, जोनल अधिकारी तृतीय, ऋषिकेश

ऑफिशियल स्टेंड

प्रदेश के विभिन्न जिलों से क्क्ख् चिकित्सकों के साथ प्रशिक्षित स्टाफ नर्स और अन्य कर्मियों को मेला ड्यूटी के लिए तैनात किया गया है। ऋषिकुल आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज में भी छह डॉक्टरों को तैनात किया गया है। डॉक्टर की पर्याप्त संख्या को देखते हुए रात्रिकालीन डयूटी में इनको शिफ्टवार लगाया गया है।

डॉ बीएस जंगपागी, मेला स्वास्थ्य अधिकारी