देहरादून (ब्यूरो)। शीशमबाड़ा में मंडे दोपहर आग लगी थी। कई घंटे तक मशक्कत के बार फायर ब्रिगेड की सेलाकुई यूनिट ने आग बुझा दी थी। लेकिन टयूजडे को एक बार फिर आग भड़क गई और हालात बेकाबू हो गए। सिलाकुई के अलावा आसपास के क्षेत्रों से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मंगवाई गई। 150 गाड़ी पानी डालने के बाद फायर ब्रिगेड ने भी हाथ खड़े कर दिए। सेलाकुई और शीशमबाड़ा क्षेत्र में धुएं के गुबार से लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है। आग बुझाते समय फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां दलदल में फंस गई। जेसीबी की मदद से इन गाड़ियों को निकाला गया।

विधायक धरने पर
आग लगने के मामले को लेकर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर के नेतृत्व में क्षेत्र के सैकड़ों लोग शीशमबाड़ा कूड़ा निस्तारण प्लांट पर पहुंचे। नगर आयुक्त नगर निगम देहरादून को बुलाया गया। नाराज क्षेत्रवासियों ने कूड़ा निस्तारण प्लांट तुरंत हटाने की मांग की। विधायक पुंडीर ने नगर आयुक्त को प्लांट हटाने के लिए 15 दिन का समय दिया। नगर आयुक्त ने प्लांट के अंदर की व्यवस्था दुरुस्त करने का आश्वासन देकर लोगों को समझाने की कोशिश की। लोगों का कहना था कि प्लांट हटाने के अलावा अन्य कोई विकल्प वह मंजूर नहीं करेंगे।

56 हट्स जलकर खाक
उधर सेलाकुई क्षेत्र के भाऊवाला के पास सुंदरवन में बनाई गई झुग्गियों में भी ट्यूजडे दोपहर आग लग गई। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची। आग तो बुझा दी गई, लेकिन तब तक 56 झुग्गियां जलकर राख हो गई थी। इससे 44 परिवार बेघर हो गये। इन परिवारों का घर का सामान राशन, बिस्तर और बर्तन भी आग की भेंट चढ़ गये। जिला प्रशासन ने इस घटना में 56 झुग्गियों के जलने की पुष्टि की है। डीएम डॉ। आर राजेश कुमार के अनुसार इन झुग्गियों में 44 परिवार रह रहे थे, जो पूरी तरह से बेघर हो गये हैं। डीएम ने हर परिवार को 3800 रुपये अहेतुक राशि देने की घोषणा की है।
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