-शनिवार को आईएमए में हुई पासिंग आउट परेड

-कुल 610 जेंटलमैन कैडेट्स हुए पास आउट

-मित्र देशों के 45 कैडेट्स भी हुए पासआउट

ष्ठश्व॥क्त्रन्ष्ठहृ: नाम, नमक, निशान, वफादारी और ईमान इन सबका मान रखने के लिए देश को आईएमए के 565 जेंटलमैन कैडेट्स समर्पित हो गए। बतौर आफिसर इंडियन आर्मी का हिस्सा बनने जा रहे यंग कैडेट्स ने सैटरडे को इंडियन मिलिट्री एकेडमी की ऐतिहासिक चैटवुड बिल्डिंग के सामने ड्रिल स्क्वायर पर हेलीकॉप्टर से की गई पुष्प वर्षा के बीच पासिंग आउट परेड के बाद आंतिम पग पार किया। गढ़वाल राइफल्स और गढ़वाल स्काउट के कर्नल ऑफ रेजीमेंट व साउथ वेस्टर्न कमांड जनरल ऑफिसर कामांडिंग इन चीफ ले.ज। सरथ चंद ने बतौर रिव्यूइंग आफिसर परेड की सलामी ली।

मार्कर्स कॉल से परेड का आगाज

सैटरडे को आईएमए में अंतिम पग भरते ही 610 कैडेट्स पास आउट हो गए। इनमें मित्र देशों के 45 कैडेट भी शामिल हैं। मार्निग टीक 6:45 बजे मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी साजर्ेंट मेजर कुमार गौरव, सिद्धार्थ शुक्ला, परमेंद्र सिंह, अक्षय रामदास गायकवाड, चीनू कुंजमोन व अक्षय चंदेल ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। एडवांस कॉल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढ़ाते परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर राजेंद्र सिंह बिष्ट ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स ने शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठा हर शख्स खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा था।

परेड के दौरान जेंटलमैन कैडेट्स को संबोधित करते हुए रिव्यूइंग ऑफिसर ले.ज। सरथ चंद ने सेनाओं में भारत की सेना को विशेष बताया।

अंतिम पग और पुष्प वर्षा

परेड के दौरान जहां यंग जेंटलमैन कैडेट्स ने अंतिम पग भरने को पहला कदम रखा तो आसमान से हेलीकॉप्टर के जरिए उन पर फूलों की बारिश की गई।