- विंटर सीजन में हर साल प्रवास के लिए आते हैं देश-विदेश के प्रवासी परिंदे

- अब तक 12 प्रजाति के परिंदे पहुंच चुके आसन, फॉरेस्ट डिविजन ने बढ़ाई गश्त

देहरादून,

विकासनगर आसन वेटलैंड में हर साल प्रवास के लिए आने वाले देश-विदेश के परिंदों ने डेरा डालना शुरू कर दिया है। अब तक करीब 12 स्पेसीज के परिंदे यहां पहुंच चुके हैं, जो पूरे विंटर सीजन तक यहां रहेंगे। प्रवासी परिंदों को देखने के लिए बर्ड वाचर भी आसन वेटलैंड पहुंचने लगे हैं। टूरिस्ट्स की अच्छी आमद हो रही है।

फॉरेस्ट डिविजन ने बढ़ाई गश्त

देश-विदेश के प्रवासी परिंदों की सेफ्टी को लेकर चकराता फॉरेस्ट डिविजन ने आसन वेटलैंड एरिया में गश्त बढ़ा दी है। कोई इन परिंदों को नुकसान न पहुंचाए, पोचिंग न करे इसे देखते हुए फॉरेस्ट डिविजन सतर्क है। लगातार प्रवासी परिंदों पर नजर रखी जा रही है। साथ ही लोगों को भी अवेयर किया जा रहा है।

12 स्पेसीज के परिंदों का डेरा बना आसन

रूडी शेलडक यानी सुर्खाब

कॉमन पोचार्ड

कॉमन कूट

ग्रे लेग गीज

नॉर्दन शावलर

ग्रे हेरोन

पर्पल हेरोन

वूली नेक्टड स्टार्क

रेड नेप्टड आइबीज

कोम्ब डक

गैडवाल

कॉमन टील

करीब 2500 परिंदें पहुंचे आसन

चकराता फॉरेस्ट डिविजन की ओर से की गई लोकल गणना में प¨रदों की संख्या बढ़कर 2500 हो गई है। यदि बारिश हो जाती तो अब तक यह संख्या 3000 का आंकड़ा पार कर चुकी होती। वेटलैंड में पहले से मौजूद लोकल प्रजाति स्पॉट बिल्ड डक, कॉमन कॉरमोरेंट, लिटिल इग्रेट, ¨कगफिशर, व्हाइट ब्रेस्टेड वाटर हेन, कॉमन मोरहेन, इंडियन कॉरमोरेंट आदि प्रजाति के प¨रदे भी विदेशी मेहमानों से काफी घुल-मिल गए हैं। इनकी सेफ्टी को देखते हुए फॉरेस्ट डिविजन की ओर से गश्त बढ़ाई गई है।

बारिश होने के बाद बढ़ेगी रौनक

पक्षी विशेषज्ञ प्रदीप सक्सेना कहते हैं कि बारिश होते ही प्रवासी प¨रदों के लिए वातावरण पूरी तरह अनुकूल हो जाएगा। इसके बाद प्रवासियों की संख्या बढ़ना तय है। जीएमवीएन आसन रिसॉर्ट के प्रबंधक अमित रावत का कहना है कि मेहमानों के दीदार को पर्यटकों की आमद बढ़ने से निगम की आय में भी इजाफा हुआ है।